Narendra Modi On Parliament Security Breach Case: 13 दिसंबर को संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर एक महिला समेत चार लोगों ने सुरक्षा में सेंध लगाई। सागर और मनोरंजन लोकसभा के अंदर घुसे। नीलम और अमोल संसद के बाहर प्रदर्शन करते रहे। लोकसभा के अंदर और संसद के बाहर पीले रंग का धुआं छोड़कर प्रदर्शनकारियों ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा। फिलहाल आरोपी सात दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। कुल 6 लोगों को पकड़ा गया है। इस घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने घटना बेहद गंभीर बताया। कहा कि इस पर बहस करने की कोई जरूरत नहीं है और इसकी विस्तार से जांच की जानी चाहिए।  

पीएम मोदी ने कहा कि इस घटना की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष आवश्यक कदम उठा रहे हैं। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि इसके पीछे कौन से तत्व हैं और उनके उद्देश्य क्या हैं। पीएम मोदी ने ये बातें दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में कहा है।

दिल्ली पुलिस ने राजस्थान से जले हुए मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपी ललित मोहन झा अपने साथियों के मोबाइल लेकर फरार हो गया था। उसके सबूत नष्ट करने के लिए मोबाइल जला दिए थे।

विपक्ष ने मांगा अमित शाह का बयान
विपक्ष ने संसद की सुरक्षा को लेकर सदन में जमकर नारेबाजी की। सभी ने गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन की सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है। सरकार लोकसभा सचिवालय की जिम्मेदारियों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। हंगामा कर रहे 14 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड भी कर दिया गया।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले युवा वे युवा थे जो नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के कारण बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, जो पूरे देश में उबल रहा है। मोदी जी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी हमेशा बेकार बातें करते हैं और बताया कि बेरोजगारी पिछले छह वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है।