BJP Meeting: बीजेपी की ओर से एनडीए सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। गुरुवार 6 जून को इस सिलसिले में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बैठक बुलाई गई। बैठक करीब तीन घंटे तक चली। इसमें राजनाथ सिंह, अमित शाह के साथ ही बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। यह बैठक केंद्र में एनडीए सरकार के गठन और नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को लेकर बात की गई।
नए मंत्रीमंडल के गठन की रणनीति तैयार
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी ने नए मंत्रीमंडल गठन की रणनीति तैयार कर ली है। बीजेपी अपने सभी पुराने मंत्रियों को नए कैबिनेट में मौका दे सकती है। यहां तक की लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले मौजूदा मंत्रियों को भी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। राजीव चंद्रशेखर और स्मृति ईरानी को भी मंत्री पद दिया जा सकता है। अगर इन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाता है तो छह महीने के भीतर दोनों नेताओं को किसी जगह से लोकसभा चुनाव जीत कर संंसद में एंट्री लेनी होगी।
आज चुनाव आयोग राष्ट्रपति को सौंपेगा सांसदों की सूची
18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। तीनों अधिकारी नवनिर्वाचित सांसदों की पूरी लिस्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु को सौंपेगे। इसके बाद राष्ट्रपति सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी
बुधवार को हुई एनडीए सहयोगी दल की बैठक
इससे पहले बुधवार को दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम मोदी के आवास पर एनडीए सहयोगी दलों की बैठक हुई थी। बैठक में पीएम मोदी को सर्वसम्मति से गठबंधन का नेता चुन लिया गया था। नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई इस बैठक में एनडीए के 14 सहयोगी दलों की 21 नेताओं की मौजूदगी रही। किंगमेकर की भूमिका निभा रहे टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू और बिहार के सीएम और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार भी बैठक में मौजूद रहे।
किन सहयोगी दलों ने क्या रखी डिमांड
सूत्रों के अनुसार, एनडीए में अहम भागीदारी बनने जा रही TDP और JDU ने सरकार में बड़ी भूमिका देने की मांग की है। JDU ने कृषि और रेल मंत्रालय जैसे अहम विभागाें के साथ ही बिहार के लिए स्पेशल पैकेज देने की मांग रखी है। वहीं, TDP ने 6 मंत्री पद और लोकसभा स्पीकर पद देने का प्रस्ताव रखा है। सूत्रों के हवाले से सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, TDP ने वित्त मंत्रालय के अतिरिक्त प्रभार के साथ ही पोर्ट और शिपिंग, सड़क परिवहन और राजमार्ग, ग्रामीण विकास, आवास और शहरी मामले और जल शक्ति मंत्रालय की डिमांड रखी है।
ये हैं केंद्र सरकार के 10 मजबूत मंत्रालय
बता दें कि केंद्र सरकार के 10 मंत्रालय सबसे मजबूत और समृद्ध माने जाते हैं। इनमें सिविल एविएशन, गृह, सूचना प्रसारण, सड़क परिवहन, रक्षा, कृषि, विदेश, वित्त, शिक्षा और रेलवे मंत्रालय हैं। बीते दो लाेकसभा चुनाव में बीजेपी ने बहुमत से जीत हासिल की थी। ऐसे में इन सभी प्रमुख विभागों को बीजेपी ने अपने पास ही रखा था। हालांकि मौजूदा स्थिति थोड़ी अलग है और सरकार को इनमें से कुछ विभागों को सहयोगी दलों को देना पड़ सकता है।
एनडीए संसदीय दल की बैठक 7 जून को
एनडीए के संसदीय दल की बैठक 7 जून काे होगी। इसी बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुने जाने पर सभी सहयोगी दलों के बीच सहमति बन गई है। इसके बाद एनडीए की ओर से राष्ट्रपति से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। नरेंद्र मोदी अपने कुछ मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
बीजेपी को 14 सहयोगी दल के 53 सांसद दे रहे समर्थन
बता दें कि बीजेपी को लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है। बीजेपी 240 सीटों पर ही जीतने में सफल रही। यह बहुमत के मैजिक फिगर 272 से 32 सीटें कम हैं। ऐसे में बीजेपी के पास अपने 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदाें का समर्थन लेने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। एनडीए गठबंधन में चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली TDP 16 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं नीतीश कुमार की अगुवाई वाली JDU 12 सीटें हासिल कर गठबंधन में तीसरे नंबर की पार्टी है।