NEET Controversy: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार(29 जून) को कांग्रेस पर निशाना साधा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस NEET विवाद पर चर्चा करने से दूर भाग रही है। वह इस पर चर्चा करना ही नहीं चाहती। कांग्रेस का मकसद सिर्फ इस मुद्दे पर अराजकता और भ्रम फैलाना चाहती है। वह पूरे संस्थागत प्रणाणी की कार्यशैली में रुकावट पैदा करना चाहती है। शिक्षा मंत्री का यह बयान कांग्रेस की ओर से संसद में नीट के मुद्दे पर हंगाम करने के एक दिन बाद आया है।
'हम नीट मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार'
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, सरकार की ओर से मैंने साफ तौर पर कहा था कि हम इस मुद्दे पर किसी भी तरह की चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे का समाधान नहीं चाहती। वह चाहती है कि यह मुद्दा ज्वलंत बना रहे। ऐसे मामले 2014 में भी सामने आए थे। हालांकि, मैं उसे जस्टिफाई नहीं करना चाहता। बता दें कि कांग्रेस NEET पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेर रही है।
'हमने सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं'
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमने कई कदम उठाए हैं। NTA के नेतृत्व में बदलाव कर दिया गया है। ISRO के पूर्व चेयरमैन के राधाकृष्णन की अगुवाई में NTA में सुधार शुरू कर दिया गया है। हमने पेपर लीक से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए नया कानून बनाया है। इस पूरे मामले की जांच CBI को सौंप दी गई है। कल ही पहले रद्द या स्थगित की गई परीक्षाओं की नई तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। NEET-PG परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान सोमवार या मंगलवार तक कर दिया जाएगा।
'लोकसभा में नीट मुद्दे पर हुआ था हंगामा'
शुक्रवार(28 जून) को लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि NEET परीक्षा में हुई अनियमितताओं पर सम्मानजनक ढंग से चर्चा की जाए। राहुल गांधी ने लोकसभा सत्र के दाैरान स्पीकर से इस मुद्दे पर चर्चा करने की इजाजत मांगी। हालांकि, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस और विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी वजह से लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
NEET UG पेपर लीक की जांच कर रही CBI
बता दें कि NEET UG परीक्षा 5 मई को हुई थी। देश भर में इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA ) ने कराई थी। इस परीक्षा में देश भर के 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। 4 जून को परीक्षा के नतीजे घोषित हुए थे। इसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया था। कई छात्रों ने शत प्रतिशत अंक हासिल किए थे। ग्रेस मार्क देने में गड़बड़ी के आरोप लगे। बिहार ईओयू ने NEET-UG परीक्षा पेपर लीक होने का दावा किया था। इसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने जांच सीबीआई को सौंप दिया। NTA के चेयरमैन को बदला दिया। फिलहाल नीट पेपर लीक मामले की जांच चल रही है, कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।