NEET Paper Leak Case: बिहार ईओयू ने नीट पेपर लीक मामले में अपनी रिपोर्ट केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंपी दी है। इसमें 13 आरोपितों के बयानों की कॉपी भी दी गई है। इसमें अबतक पेपरलीक में गिरफ्तार 4 परीक्षार्थियों समेत 13 आरोपितों के बयानों की प्रति भी दी जाएगी। इसके अलावा 5 मई को पेपरलीक की सूचना के बाद छापेमारी में बरामद एडमिट कार्ड, जले प्रश्न पत्र के अवशेष की प्रति समेत अन्य दस्तावेज दिये जाएंगे।

पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को लिया हिरासत में
नीट पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने शुक्रवार को नालंदा के एकंगरसराय प्रखंड में छापेमारी की और एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। पूछताछ के लिए हिरासत में लिये गये व्यक्ति का नाम राकेश कुमार है। स्थानीय लोगों के बीच चर्चा के अनुसार वह सॉल्वर गैंग का सदस्य है। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

ईओयू की जांच में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे

  • झारखंड से आई एक फोन कॉल के बाद झारखंड नंबर की JH01BW 0019 कार को पकड़ा गया। जिसमे सिकंदर, अखिलेश और बिट्टू सवार थे। इनके पास से कई छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए। 
  • इनसे पूछताछ के क्रम में गैंग के बाकी सदस्यों छात्रों और उनके परीक्षा केंद्र का पता चला। इनके तीन ठिकानों का पता चला, जहां से जले हुए प्रश्नपत्र और आर्थिक लेन देन के सबूत मिले।
  • पेपर लीक के सबूत के तौर पर अब तक गिरफ्तार 13 लोगों के बयान की कॉपी रिपोर्ट में शामिल की गई है। 
  • पेपर लीक मामले गिरफ्तार चार छात्रों आयुष राज, अनुराग यादव, शिवनंदन और अभिषेक के रोल नंबर, बुकलेट, परीक्षा केंद्र वगैरह की विस्तृत जानकारी के अलावा इनके बयान की कॉपी अलग से पेश की जा रही है। 
  • NEET पेपर लीक मामले में शामिल सॉल्वर गैंग के फरार संजीव मुखिया,चिंटू,पिंटू, रॉकी उर्फ राकेश तथा अन्य के बारे में भी अलग से जिक्र किया गया है। 
  • पेपर लीक की पूरी कहानी झारखंड के हजारीबाग के एक केंद्र से लेकर पटना तक पहुंचने, छात्रों तक पहुंचाने की बात रिपोर्ट दर्ज है। 
  • उप मुख्यमंत्री द्वारा पेश दस्तावेज और सबूत का जिक्र आर्थिक अपराध इकाई की रिपोर्ट में किया गया है। इस गेस्ट हाउस का इस्तेमाल सिकंदर ने अपने रिश्तेदार अभ्यर्थी अनुराग यादव को उसकी मां रीना के साथ ठहराने में किया था। 

नीट काउंसलिंग पर रोक से कोर्ट का इनकार
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक बार फिर नीट यूजी के लिए छह जुलाई से होने वाली काउंसलिंग टालने से मना कर दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि काउंसलिंग एक प्रक्रिया है, ऐसा नहीं है कि यह एक बार खुली और बंद हो गई। जस्टिस विक्रमनाथ, एसवीएन भट्टी की पीठ ने नीट पेपर लीक की सीबीआई जांच और परिणाम रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।