NEET Paper Leak: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को बिहार नीट-यूजी पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड राकेश रंजन उर्फ रॉकी को पटना से गिरफ्तार किया है। आरोपी को सीबीआई ने अदालत में पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने रॉकी को 10 दिनों के लिए CBI हिरासत में भेजा।
सीबीआई ने राकेश रंजन उर्फ रॉकी से जुड़े पटना, पटना के आस-पास और कोलकाता सहित चार ठिकानों पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार, तलाशी के दौरान नीट पेपर से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए।
CBI ने रॉकी को पकड़ने के लिए एडवांस तकनीक का किया उपयोग
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने राकेश रंजन उर्फ रॉकी को पकड़ने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तमाल किया। जांच एजेंसी ने पहले आईपी एड्रेस और ईमेल एड्रेस ट्रेस किया और कंफर्म होने के बाद उसके पते पर छापा मारा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद अदालत ने आरोपी को 10 दिनों के लिए सीबीआई हिरासत में भेजा।
नीट पेपर लीक मास्टरमाइंड रॉकी पर क्या है आरोप?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राकेश रंजन उर्फ रॉकी ने ही नीट पेपर को सॉल्व करने के लिए रांची और पटना के MBBS छात्रों का जुगाड़ किया था। रॉकी, नीट पेपर लीक के आरोपी संजीव मुखिया का भांजा भी है और वह रांच में होटल चलाता है।
सीबीआई ने पटना से की थी पहली गिरफ्तारी
27 जून को सीबीआई ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पहली गिरफ्तारी की। उस दौरान एजेंसी ने मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार नाम के दो आरोपियों को पटना से गिरफ्तार किया था। कथित तौर पर, आशुतोष पर आरोप है कि उसने अभ्यर्थियों के लिए ओपन स्कूल बुक किया था, जहां उन्हें नीट पेपर के प्रश्नपत्र के आंसर रटवाए गए थे। पेपर लीक मामले में सीबीआई अबतक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में 18 जुलाई को अहम सुनवाई
गुरुवार, 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में नीट पेपर लीक मामले में अहम सुनवाई होनी थी। लेकिन चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली तीन जजों की बेंच ने इसे 18 जुलाई तक स्थगित कर दिया गया। रॉकी की गिरफ्तारी से मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद है।