NEET paper leak accused Criminal Record:सीबीआई ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले (NEET paper leak)  में अपनी पहली चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट ( CBI chargesheet NEET paper) आरोपियों में चार छात्र, एक जूनियर इंजीनियर और दो सरगना शामिल हैं।

आइए, जानते हैं  कौन है ये 13 आरोपी जिन्हें पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया है। क्या है नीट पेपर लीक आरोपियों का नाम (NEET paper leak accused Name), पर्चा लीक करने में इनकी क्या भूमिका थी। जानें इन 13 आरोपियों की पूरी क्राइम कुंडली

मुख्य सरगना नितीश कुमार की क्राइम कुंडली
नीट पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी नितीश कुमार पटना के गोपालपुर का निवासी है। नितीश कुमार पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रह चुका है। वह बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में पेपर लीक के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। इस बार, वह नीट-यूजी पेपर लीक कांड में प्रमुख 'सेटर' के रूप में नामजद है। उसकी साजिश के तहत पेपर लीक कर छात्रों से मोटी रकम वसूली गई। 

दूसरे मुख्य आरोपी का बैकग्राउंड जानिए 
अमित आनंद, मंगलबाजार, मुंगेर का निवासी है और इस पेपर लीक साजिश का दूसरा मुख्य आरोपी है। सीबीआई की जांच में पता चला कि अमित आनंद ने पेपर लीक की योजना बनाई थी और छात्रों तक सभी प्रश्नों के उत्तर पहुंचाए। अमित आनंद फिलहाल पटना के राजीव नगर में रहता है। इसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं।

अब जानिए दूसरे आरोपियों के बारे में 

सिकंदर यादवेंदु - बिहार के दानापुर टाउन काउंसिल में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। वह इस साजिश में नितीश कुमार और अमित आनंद का साथ देने वाला मुख्य सहयोगी था। सिकंदर ने छात्रों से पेपर लीक की कीमत तय की और उन्हें इस प्रक्रिया में शामिल किया।

आयुष कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार - ये चारों छात्र हैं जो इस पेपर लीक मामले में शामिल थे। ये सभी छात्र बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं और इन्होंने पेपर लीक करवाने के लिए लाखों रुपये चुकाए।

अशुतोष कुमार और रोशन कुमार की क्या रही भूमिका
अशुतोष कुमार जमुई का निवासी है और पटना के राजीव नगर में रहता है। इसे अमित आनंद का सहयोगी बताया गया है। अशुतोष का काम छात्रों को पेपर लीक के लिए तैयार करना था। वहीं, रोशन कुमार, एकांगरसाराय, नालंदा का निवासी है। रोशन कुमार अमित आनंद के साथ मिलकर छात्रों को पेपर लीक में शामिल करने का काम करता था। इन सभी का इतिहास आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और इनके खिलाफ पहले भी मामलों की जांच हो चुकी है। 

सीबीआई की जांच में अब तक क्या हुआ खुलासा? (NEET-UG CBI investigation)
सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ है कि इन आरोपियों का एक संगठित आपराधिक नेटवर्क है, जो नीट-यूजी जैसी परीक्षाओं में धांधली करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करता है। अब तक सीबीआई ने इस मामले में 6 एफआईआर दर्ज की हैं और अन्य राज्यों में भी जांच जारी है। इस मामले में और भी कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं।