Tourist: भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम ने अपनी खूबसूरती की छाप दुनिया पर छोड़ दी है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता, चाय के हरे भरे बागानों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण इस राज्य की खूबसूरती का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। पूर्वोत्तर का 'प्रवेश द्वार' कहे जाने वाले असम ने हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स की प्रतिष्ठित 'ट्रैवल लिस्ट 2025' में पर्यटकों के घूमने लायक दुनिया की 52 खास जगहों में चौथा स्थान हासिल किया है। ब्रह्मपुत्र नदी का कलकल बहता जल, काजीरंगा नेशनल पार्क, घने वन और चाय के हरे बागानों के साथ ही 'बायो डायवर्सिटी' की खासियत असम को अलग ही प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करती है। यही कारण रहा कि पर्यटन के लिए दुनिया की 52 खास जगहों में से असम को न्यूयॉर्क टाइम्स की सूची में चौथा स्थान मिला है।
बता दें, असम सरकार पर्यटन को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रही है। गुवहाटी एयरपोर्ट का विस्तार इसी साल में पूरा होना है। इससे इसकी क्षमता में चार गुना वृद्धि होगी। ऐसे में पर्यटन मानचित्र पर असम नाई इबारत लिखेगा।
असम में चाय बागान और समृद्ध 'बायो डायवर्सिटी
असम की विशेषता को रेखांकित करते हुए असम यूरोप शहर जेन ऑस्टेन अव्वल रहा न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि असम भारत के पूर्वोत्तर का सबसे खूबसूरत राज्य है जो म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा के समीप स्थित है। इसे भारत के प्रवेश द्वार की संज्ञा दी गई है। प्रदूषण और लोगों के कोलाहल से परे यह भीड़भाड़ से मुक्त शांत क्षेत्र है, जो देश की मुख्य भूमि से एक धागे की तरह जुड़ा हुआ है। चराइदेव मोइदम और असम के पिरामिड को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित किया गया था।