Lok Sabha Election 2024: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक चुनावी रैली में एनडीए को मिलने वाली सीटों की संख्या बताकर सोशल मीडिया में ट्रोल किए जा रहे हैं। बिहार के नवादा में एनडीए की इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंच पर मौजूद थे। सीएम नीतीश को वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री के सामने गलत आंकड़ा बोलते सुना गया। दरअसल, जब नीतीश कुमार संबोधन के लिए माइक पर आए तो वह एनडीए की सीटों को आंकड़ा 4,000 से अधिक बता गए। बता दें कि बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।
अपने करीब 25 मिनट के भाषण के बाद नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मोदी के पैर छूते देखा गया। पीएम मोदी ने भी मजाकिया लहजे में उनसे धक्का-मुक्की करते हुए कहा- आपने इतना अच्छा भाषण दिया कि मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा। इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुराए और झुककर मोदी के पैर छू लिए।
भाजपा नेताओं के चेहरे पर हार साफ-साफ देखी जा सकती है क्योंकि ND गठबंधन को पता ही नही कि देश मे कितने सांसद हैं! सच्ची जनता से वादे करके पलट जाने वालों को नवादा की जनता खदेड़ना जानती है।
— RJD Nawada (@nawada_RJD) April 7, 2024
कहाँ है बिहार का विशेष पैकेज?
कहाँ है बिहार का विशेष राज्य का दर्जा?pic.twitter.com/7DFRHN4ByK
मोदी के सामने ये क्या बोल गए नीतीश?
जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार जनवरी में ही एनडीए में लौटे हैं। वे खुद को सही करने से पहले "चार लाख" कहते हुए सुने गए और फिर पीछे मुड़ते हुए "चार हजार से भी ज्यादा" बोल गए। प्रधानमंत्री मोदी और एनडीए गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। रैली में नीतीश ने आगे कहा कि आज बिहार तेजी से विकास कर रहा है। आपको याद रखना चाहिए कि 2005 से पहले क्या स्थिति थी। लोग देर रात बाहर निकलने से नहीं डरते हैं, सड़कें बन गई हैं और कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है।
एनडीए नेताओं को सांसदों की संख्या पता नहीं: RJD
इसके बाद आरजेडी ने नीतीश कुमार को निशाने पर ले लिया और मुख्यमंत्री के भाषण की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में पोस्ट कर कटाक्ष किया। आरजेडी ने वीडियो के कैप्शन में लिखा- बीजेपी नेताओं के चेहरे पर हार साफ दिखाई दे रही है, क्योंकि एनडीए नेताओं को देश में सांसदों की संख्या ही पता नहीं है। नवादा की जनता वादे करके मुकरने वालों को भगाना जानती है, बिहार के लिए विशेष पैकेज कहां है?
कई मौकों पर फिसली नीतीश की जुबान
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार की जुबान फिसली है। इसके पहले कई मौकों पर वह चर्चा में रहे हैं। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में उनके पहले संदर्भ का भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए मज़ाक उड़ाया था। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि अनुभवी नेता बुढ़ापे के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। जिन पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 4 जून को होगी।