Caste Census: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने "मिस इंडिया" में दलित और आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधित्व को लेकर सवाल खड़े किए हैं। शनिवार को प्रयागराज के संविधान सम्मेलन में की गई नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रविवार को रिजिजू ने एक X पोस्ट में राहुल की इस टिप्पणी को "बाल बुद्धि" से प्रेरित बताया और कहा कि कांग्रेस नेता को तथ्यों की सही जांच करनी चाहिए। बता दें कि राहुल गांधी ने एक बार देश में फिर जाति जनगणना की जरूरत पर जोर दिया है।
मिस इंडिया में कोई दलित, आदिवासी या ओबीसी नहीं
- प्रयागराज में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा था कि "मिस इंडिया" प्रतियोगिता में कोई दलित, आदिवासी या अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की महिला शामिल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत 90 प्रतिशत आबादी की भागीदारी के बिना ठीक से काम नहीं कर सकता है।
- केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि राहुल जी साफ है कि सुप्रीम कोर्ट तक को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस समेत सभी टॉप सर्विसेस की भर्ती में आरक्षण में बदलाव की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी वर्ग से आते हैं, और कैबिनेट में रिकॉर्ड संख्या में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से जुड़े मंत्री हैं।
राहुल गांधी के बयान पर रिजिजू ने बोला हमला
रिजिजू ने X पोस्ट में लिखा- "अब राहुल गांधी मिस इंडिया प्रतियोगिता, फिल्मों और खेलों में भी आरक्षण की मांग कर रहे हैं! यह सिर्फ 'बाल बुद्धि' का मामला नहीं है, बल्कि जो लोग उन्हें समर्थन देते हैं, वे भी जिम्मेदार हैं। बचकाना विचार मनोरंजन के लिए ठीक हो सकता है, लेकिन पिछड़ी जातियों का मजाक बनाने के लिए इसे अपने विभाजनकारी एजेंडे का हिस्सा न बनाएं।" रिजिजू ने आगे स्पष्ट किया कि सरकारें मिस इंडिया प्रतियोगिता, ओलिंपिक खिलाड़ियों या फिल्मों के अभिनेताओं का चयन नहीं करती हैं।
राहुल ने कहा था- BJP लगाएगी देश को बांटने का आरोप
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में आरोप लगाया था कि बीजेपी के लोग नहीं चाहते हैं कि देश में जाति जनगणना हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समझ लेना चाहिए कि जाति जनगणना होकर रहेगी और इसे कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना की मांग उठाने पर बीजेपी उन पर देश को बांटने का आरोप लगा सकती है। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायपुर में कहा कि दशकीय जनगणना सही समय पर की जाएगी और जब भी इस पर फैसला लिया जाएगा, उसकी घोषणा की जाएगी।