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नीट यूजी पेपर लीक के विवाद के बाद NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह अब रिटायर्ड IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। जानें नए एनटीए चीफ के बारे में सबकुछ।

NTA New DG Pradeep Singh Kharola: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में बदलाव का दौर चल रहा है। हाल ही में नीट यूजी पेपर लीक के विवाद के बाद NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह अब रिटायर्ड IAS अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। आइए जानें NTA के नए चीफ के बारे में... 

नीट यूजी पेपर लीक विवाद

नीट यूजी पेपर लीक का मामला 5 मई को सामने आया था। इसके चलते लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। नीट पीजी परीक्षा भी इस विवाद के कारण रद्द कर दी गई। इस घटनाक्रम के बाद NTA पर सवाल खड़े हो रहे थे, जिससे सुबोध कुमार सिंह को पद से हटाया गया।

प्रदीप सिंह खरोला की प्रोफाइल

प्रदीप सिंह खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी हैं। वे उत्तराखंड के रहने वाले हैं और उन्होंने इंदौर यूनिवर्सिटी से मेकैनिकल इंजीनियरिंग और आईआईटी दिल्ली से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वे अपने बैच के टॉपर भी रह चुके हैं।

एडिशनल चार्ज के साथ NTA की कमान

प्रदीप सिंह खरोला वर्तमान में भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के अध्यक्ष हैं। उन्हें NTA का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और नए DG की नियुक्ति तक वे इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। खरोला ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और कर्नाटक अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉरपोरेशन के प्रमुख के रूप में भी काम किया है।

एयर इंडिया की कमान भी संभाली

प्रदीप सिंह खरोला एयर इंडिया के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं। उन्होंने बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (BMRC) के प्रबंध निदेशक के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। वे नेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म कमीशन के जॉइंट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।

प्रदीप सिंह खरोला की पांच बड़ी खासियत

  • 2012 में उन्हें ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
  • 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्ट लोक प्रशासन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • उन्होंने औद्योगिक विकास, पर्यटन प्रबंधन, सार्वजनिक परिवहन प्रणाली, शासन सुधार और कर प्रशासन जैसे कई क्षेत्रों में काम किया है।
  • वे प्रशासन में सुधार लाने के लिए जाने जाते हैं।
  • उनके शोध पत्र कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
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