Oath Ceremony: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें बैतूल सांसद दुर्गादास उईके के शपथ ग्रहण के वक्त राष्ट्रपति भवन के गलियारे में उनके पीछे एक रहस्यमयी जानवर टहलते हुए दिखाई दिया था। इसी क्लिप को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। तमाम यूजर्स ने लिखा कि यह जानवर कुत्ता या तेंदुआ हो सकता है। अब दिल्ली पुलिस और वन विभाग ने वीडियो को लेकर सफाई दी है। वहीं, एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि राष्ट्रपति भवन में सिर्फ पालतू कुत्ते और बिल्लियां हैं।
बता दें कि नई सरकार के 72 मंत्रियों का भव्य शपथ ग्रहण समारोह 9 जून (रविवार) को हुआ। इसमें 7 देशों के राष्ट्राध्यक्ष, उद्योगपति, फिल्मी सितारे और कई गणमान्य व्यक्तियों समेत 8 हजार अतिथिों ने शिरकत की थी।
क्या बोले सोशल मीडिया यूजर्स?
एक X यूजर ने लिखा- ऐसा लग रहा है कि जैसे इस वीडियो को एडिट किया गया है? इस पर किसी ने ध्यान क्यों नहीं दिया। यह तो किसी बड़ी बिल्ली जैसा नजर आ रहा है। वहीं दूसरे दूसरे यूजर ने लिखा कि पूंछ और चाल को देखकर तो यह तेंदुआ लग रहा है। वाकई सभी लोग भाग्यशाली थे कि यह शांति से वहां से गुजर गया। एक अन्य यूजर ने लिखा कि आप इस जानवर को 5 सेकंड पहले भी देख सकते हैं। शायद वहां रहने वाली कोई पालतू बिल्ली है।
दिल्ली पुलिस ने कहा- ये घरेलू बिल्ली थी
अब दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राष्ट्रपति भवन में कोई जंगली जानवर नहीं देखा गया। वायरल वीडियो में दिखा जानवर जंगली नहीं था। ऐसे बिना आधार वाली अफवाहों से बचा जाए। पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया चैनल और हैंडल्स पर कहा गया कि लाइव टेलीकास्ट के दौरान राष्ट्रपति में एक जंगली जानवर कैप्चर हुआ। यह दावे आधारहीन हैं। शपथ ग्रहण के दौरान राष्ट्रपति भवन में दिखा जानवर जंगली नहीं था, बल्कि घरेलू बिल्ली (डोमेस्टिक कैट) थी।
पीएम मोदी के साथ कैबिनेट मंत्रियों ने ली शपथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ कैबिनेट के 71 सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण किया, जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 36 राज्य मंत्री (एमओएस) और पांच स्वतंत्र प्रभार वाले एमओएस शामिल हैं। शपथ ग्रहण समारोह में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर जैसे प्रमुख नेता कैबिनेट मंत्री के रूप में बने रहे। नए मंत्रिपरिषद में एनडीए गठबंधन सहयोगियों के 11 मंत्री भी शामिल हुए।