Omar Abdullah On Article 370: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो हम जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35A (Article 370 and 35A) को बहाल करेंगे।
पार्टी के घोषणापत्र में 12 प्रमुख गारंटियों का ऐलान
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने घोषणा पत्र में 12 प्रमुख गारंटियों का ऐलान किया है। इसमें जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा और वर्ष 2000 में तत्कालीन विधानसभा द्वारा पारित स्वायत्तता प्रस्ताव को लागू करने का वादा शामिल है। इसके साथ ही, PSA (Public Safety Act) खत्म करने और राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का भी वादा किया गया है। बीजेपी ने इस घोषणा पत्र को देशविरोधी करार दिया है।
पड़ोसी बदल नहीं सकते: उमर अब्दुल्ला
मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यदि हम सत्ता में आते हैं, तो भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू करने की कोशिश करेंगे। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी एक बार यह कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी को नहीं बदला जा सकता।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किए यह 12 वादे:
- अनुच्छेद 370 और 35A की बहाली
- सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) का निरसन
- राजनीतिक बंदियों की रिहाई
- 200 यूनिट मुफ्त बिजली
- गरीब महिलाओं को 5,000 रुपए प्रति माह
- एक लाख नौकरियों का सृजन
- पाकिस्तान के साथ बातचीत की बहाली
- गरीब परिवारों को साल में 12 मुफ्त सिलेंडर
- सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा
- कश्मीरी पंडितों की वापसी
- पासपोर्ट में आसानी
- महिलाओं को विश्वविद्यालय स्तर तक और पुरुषों को कॉलेज स्तर तक मुफ्त शिक्षा
फारूक अब्दुल्ला ने भी किया था पाकिस्तान का जिक्र
इससे पहले मई महीने में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और उमर अब्दुल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला ने भी पाकिस्तान का जिक्र किया था। फारूक ने राजनाथ सिंह के उस बयान पर टिप्पणी की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि 'POK भारत में विलय होगा'। फारूक ने कहा था कि 'पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं और उनके पास भी परमाणु बम हैं जो हम पर गिरेंगे।'
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होंगे चुनाव
चुनाव आयोग ने 16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी। राज्य में तीन चरणों में मतदान होगा। यहां कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के चुनाव के लिए गजट अधिसूचना 20 अगस्त से शुरू होगी। पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त होगी।