Lok Sabha Election 2024: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा खुलासा किया। पत्रकारिता पुरस्कार समारोह में शामिल हुए गडकरी ने कहा कि उन्हें 2024 चुनाव से पहले एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने “सिरे से खारिज” कर दिया। गडकरी ने कहा, “मैंने उस नेता से कहा कि मैं एक विचारधारा और सिद्धांतों का पालन करने वाला व्यक्ति हूं। मैं उस पार्टी में हूं, जिसने मुझे वो सब कुछ दिया, जिसका मैंने कभी सपना भी नहीं देखा था। मुझे कोई भी प्रस्ताव आकर्षित नहीं कर सकता।”
मेरे खुद के कुछ सिद्धांत और विश्वास हैं: गडकरी
हालांकि, गडकरी ने इस घटना को ज्यादा डिटेल में नहीं बताया, लेकिन इशारा किया कि यह बातचीत उस समय हुई जब यह कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी और सरकार बनाने के लिए विपक्षी दलों के समर्थन की आवश्यकता हो सकती है। उन्होंने आगे कहा, “मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि मेरे पास कुछ सिद्धांत और विश्वास हैं, और मैं उन पर कोई समझौता नहीं करूंगा।” इसके साथ ही गडकरी ने मीडिया से भी यही आग्रह किया कि वे भी अपने पेशे में इसी तरह की निष्ठा और ईमानदारी का पालन करें और इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं।
RTI के जरिए ब्लैकमेलिंग पर गडकरी ने जताई चिंता
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने "सुपारी" पत्रकारों की बढ़ती संख्या पर भी चिंता जताई, जो आरटीआई कानून का दुरुपयोग करके ब्लैकमेल और निजी फायदे के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ पत्रकारों ने अनैतिक तरीकों से मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें तक हासिल की हैं। उन्होंने अपने मंत्रीकाल के एक किस्से का जिक्र किया, जहां एक पत्रकार ने PWD के अधिकारियों को ब्लैकमेल करने के लिए आरटीआई का सहारा लिया। गडकरी ने कहा, “मेरे एक अधिकारी ने मुझे ब्लैकमेलिंग के बारे में बताया। मैंने उसे कहा, ‘जब वह पत्रकार तुम्हारे ऑफिस में आए, तो दरवाजा बंद करो और उसकी अच्छी पिटाई करो’ और उन्होंने वैसा ही किया। इसके बाद उस पत्रकार के अखबार का प्रकाशन बंद हो गया।”
ईमानदार पत्रकार पेशे की मर्यादा समझते हैं: गडकरी
नितिन गडकरी ने मराठवाड़ा का भी एक किस्सा साझा किया, जहां एक सरकारी अधिकारी को विज्ञापन की मांग कर रहे पत्रकार द्वारा परेशान किया गया था। गडकरी ने बताया कि उस पत्रकार ने अधिकारी पर झूठे आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत तक दर्ज करा दी थी। गडकरी ने इस तरह की अनैतिक गतिविधियों पर चिंता जताते हुए मीडिया संगठनों से अधिक सतर्कता बरतने और पत्रकारों को प्रमाण पत्र जारी करने में सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि “सुपारीबाज” पत्रकारों के बावजूद आज भी कई ईमानदार और सच्चे पत्रकार हैं, जो अपने पेशे की मर्यादाओं का पालन करते हैं।