Parliament Security breach Updates: दिल्ली में संसद की सुरक्षा में सेंध लगाकर घुसपैठ करने के मामले में अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। महेश और कैलाश नाम के आरोपी हिरासत में हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शनिवार को न्यूज एजेंसी PTI से कहा कि सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम देवी और ललित मोहन झा घटना को अंजाम देने के लिए सात स्मोक कैन के साथ पहुंचे थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया है कि उन्होंने लोकसभा में कूदने और स्मोक कैन स्प्रे करने से पहले संसद के बाहर आत्मदाह और संसद के भीतर पर्चे बांटने का प्लान बनाया था। हालांकि बाद में मन बदल गया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। जल्द ही भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का बयान दर्ज करने की भी योजना बना रही है। प्रताप सिम्हा के कार्यालय से जारी पास के जरिए आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी लोकसभा में दाखिल हुए थे।
राहुल ने पूछा- घुसपैठ की वजह क्या है?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद में घुसपैठ की घटना को अलग नजरिए से देखा। उनका कहना है कि ऐसा क्यों हुआ? यह जानना चाहिए। देश में मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है। पीएम मोदी की नीतियों के कारण देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। इस घटना के पीछे बेरोजगारी और महंगाई प्रमुख वजह है।
संसद सुरक्षा उल्लंघन केस के 10 बड़े अपडेट्स
- आरोपियों ने अपनी प्लानिंग को बेहद प्रभावशाली ढंग से बनाया था, ताकि वे मजबूती से अपनी आवाज सरकार और लोगों तक पहुंचा सकें।
- सबसे पहले आरोपियों ने अपने शरीर पर आग से बचाने वाला जेल लगाकर आत्मदाह करने का प्लान बनाया था। लेकिन बाद में मन बदल गया।
- आरोपियों ने संसद के अंदर पर्चे बांटने का भी प्लान बनाया। इसके तहत वे अपनी योजना पर आगे बढ़े। जिसे उन्होंने 13 दिसंबर को अपनाया।
- स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने मामले के सिलसिले में मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा का बयान दर्ज करने की योजना बनाई है।
- शुक्रवार की देर रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों को विभिन्न स्थानों पर ले गए, जहां वे आपस में मिले और घुसपैठ की साजिश रची।
- 2001 के हमलों की बरसी पर हुए उल्लंघन के सीन रीक्रिएशन के लिए पुलिस संसद की परमीशन मांग सकती है।
- दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने ANI को बताया कि चारों आरोपी घटना को अंजाम देने के लिए एक या दो नहीं बल्कि सात स्मोक कैन लेकर पहुंचे थे।
- आरोपियों ने गूगल के जरिए संसद के आसपास के इलाकों की रेकी की। संसद की सुरक्षा व्यवस्था का पता लगाने के लिए पुराने वीडियो भी देखे।
- आरोपियों ने यह भी खोजा कि सुरक्षित चैट कैसे की जाए ताकि पुलिस उनकी पहचान न कर सके। सभी आरोपी सिग्नल ऐप पर बात करते थे ताकि पकड़े न जाएं।
- दिल्ली पुलिस के सूत्रों से पता चला कि सबसे बड़ा इरादा मीडिया में चर्चित होना था, इसलिए सत्र के दौरान संसद में घुसने का प्लान तैयार किया गया था।