Parliament Security Breach What Is Yellow Emitting Smoke Can Where Are They Used: संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार को दो युवक विजिटर्स गैलरी से अचानक कूद गए। उस वक्त लोकसभा में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। एक युवक डेस्क पर बचने के प्रयास में इधर-उधर कूदने लगा। दूसरे ने अपने जूते में छिपाकर रखे एक कैन को खोला। जिससे पीले रंग का धुआं निकलने लगा। अफरा-तफरी के बीच कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने एक को पकड़ लिया। दूसरा भी दबोच लिया गया। दोनों की जमकर पिटाई की गई। फिर उन्हें सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। उधर, लोकसभा के बाहर एक युवक और एक लड़की पकड़ी गई। उन दोनों ने भी पीले रंग का धुआं फैलाया। पकड़ी गई लड़की नीलम नारे लगा रही थी कि संविधान बचाओ, मणिपुर को इंसाफ दिलाओ। तानाशाही नहीं चलेगी। भारत माता की जय। जय भीम, जय भारत।
अब ऐसे में सवाल उठता है कि आरोपी युवक जिस केन को लेकर आए थे, वह क्या था? रंगीन धुआं कैसे निकला? इसका इस्तेमाल कहां होता है? पढ़ें पूरी रिपोर्ट...
क्या है स्मोक केन, उपयोग क्या है?
धुएं के डिब्बे या धुएं के बम ज्यादातर देशों में वैध हैं। बाजार में भी आसानी से मिल जाते हैं। इसका उपयोग समय और जगह के अनुसार अलग-अलग होता है। इन केन का उपयोग सैन्य कर्मियों और आम लोगों के द्वारा किसी खेल आयोजन या फोटोशूट में किया जाता है।
सेना स्मोक केन का इस्तेमाल एक धुएं का पर्दा बनाने में करती है। इससे सेना की गतिविधियों का पता नहीं चलता है। जिससे वे दुश्मन की आंखों से ओझल हो जाते हैं और सैन्य अभियानों के दौरान महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हैं। फोटोग्राफी में भी स्मोक केन का इस्तेमाल होता है। इससे भ्रम की स्थिति फोटो में दिखती है। खेलों में विशेष रूप से फ़ुटबॉल में फैंस अपने संबंधित क्लबों के रंगों को प्रदर्शित करने के लिए स्मोक केन का इस्तेमाल करते हैं।
तो घबराहट और बेचैनी क्यों हुई?
हमले में जिस स्मोक केन का इस्तेमाल किया गया, उससे पीले रंग का धुआं निकला। थोड़ी देर में धुआं पूरे सदन में फैल गया। इससे किसी तरह का कोई नुकसान किसी को नहीं पहुंचा। धुआं जहरीला नहीं था। अफरा-तफरी फैलने से सांसदों के भीतर बेचैनी और घबराहट की स्थिति हुई।
किस तरह का होता है केमिकल?
स्मोक केन में व्हाइट फॉस्फोरस होता है। इसमें पायरोफोरिक एजेंट होता है। इससे धुआं निकलता है जो बादल जैसा आकार ले लेता है। व्हाइट फॉस्फोरस पीले रंग का धुआं छोड़ता है। एक धुआं एक मिनट में फैल जाता है।
पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा
शुरुआती जांच में सामने आया है कि जिन चार लोगों को पकड़ा गया है कि उनमें सागर, नीलम, अमोल शिंदे और एक अज्ञात शामिल है। उनके पास कोई बैग या पहचान पत्र नहीं था। पूछताछ में आरोपियों ने दावा किया कि वे अपने दम पर संसद पहुंचे और किसी भी संगठन से जुड़ने से इनकार कर दिया। लोकसभा स्पीकर ने जांच के आदेश दिए हैं। फॉरेंसिक विभाग की टीम ने मौके पर जांच की है। दिल्ली पुलिस के अलावा कई अन्य एजेंसियां आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं।
आतंकी पन्नू ने दी थी धमकी
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। उसने अमेरिका से एक वीडियो जारी कर कहा था कि हम संसद पर हमले की बरसी वाले दिन यानी 13 दिसंबर को हमला करेंगे, इससे संसद की नींव हिला देंगे। उसने हमले के दोषी अफजल के साथ एक पोस्टर भी जारी किया था। इसके बाद से दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। बावजूद इसके दो युवक सदन के भीतर और दो अन्य संसद परिसर में घुसने में कामयाब हो गए।