Parliament Session: 18वीं लोकसभा का पहला (विशेष) सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा। इन 10 दिनों में पहले और दूसरे दिन लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे। पहले दिन सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी समेत 280 सांसद शपथ लेंगे। दूसरे दिन 264 सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। कांग्रेस ने प्रोटेम स्पीकर महताब की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं।

कैसा होगा संसद के विशेष सत्र का शेड्यूल? 
24 और 25 जून: नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी।
26 जून: लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) का चुनाव संपन्न होगा।
27 जून: राष्ट्रपति मुर्मू राज्यसभा और लोकसभा के संयुक्त सत्र में अभिभाषण देंगी।
28 जून: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा होगी।
2 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव में अपनी बात रखेंगे।
27 जून से 3 जुलाई: राज्यसभा का समानांतर सत्र भी बुलाया गया।  

शपथ ग्रहण के लिए इन सांसदों को नियुक्त किया
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि राष्ट्रपति ने सुरेश कोडिकुन्निल, थालिकोट्टई राजुतेवर बालू, राधा मोहन सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय को लोकसभा सदस्य नियुक्त किया है ताकि वे अध्यक्ष के चुनाव तक 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की शपथ में प्रोटेम स्पीकर की मदद कर सकें।

प्रधानमंत्री 26 जून को स्पीकर के नाम का रखेंगे प्रस्ताव
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी 26 जून को स्पीकर के पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। पीएम मोदी स्पीकर के चुनाव के बाद अपने मंत्री परिषद को पेश करेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पीकर की रेस में पूर्व लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और डी पुरंदेश्वरी का नाम सबसे आगे हैं। TDP और JDU स्पीकर पद मांग रही हैं। 16 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर संसद सत्र को लेकर बड़ी बैठक हुई। इसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, किरण रिजिजू, जेडीयू नेता ललन सिंह, चिराग पासवान शामिल हुए।

प्रोटेम स्पीकर महताब की नियुक्ति पर विवाद?
ओडिशा के बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने पर कांग्रेस सवाल उठा रही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बाद अब सांसद के. सुरेश ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को गलत बताया है। सुरेश ने कहा कि सदन में आठवीं बार के सांसद हैं, लेकिन सातवीं बार के सांसद को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। हम दावा कर रहे हैं कि आठवीं बार के सांसद को प्रोटेम स्पीकर होना चाहिए। उन्होंने गलत किया है और अब पूरा देश बीजेपी सरकार के इस फैसले की आलोचना कर रहा है। 

10 साल बाद निचले सदन को मिलेगा विपक्ष का नेता
लोकसभा चुनाव 2024 में 'इंडिया' ब्लॉक (विपक्ष) की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद निचले सदन को विपक्ष का नेता भी मिलेगा। दरअसल, पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है। 17वीं लोकसभा में पांच साल तक उपाध्यक्ष का पद रिक्त रहा।