How Many Opposition MP Left in Lok Sabha And Rajya Sabha: संसद के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा को किसी भी सदन में लगभग किसी भी विपक्ष का सामना नहीं करना पड़ा। क्योंकि अब तक लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के 141 सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है। सत्र में अभी भी तीन दिन बाकी हैं। यह अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले संसद की अंतिम पूर्ण बैठक है। मतलब संसद तीने में भंग हो जाएगी। तक और अब के बीच कोई बड़ा विधायी काम नहीं होगा। विपक्ष को डर है कि सरकार कोई कठोर विधेयक आसानी से पास करा सकती है। इस बात के संकेत कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी दिए हैं। 

कितने विपक्षी सांसद बचे हैं?
लोकसभा में 300 से ज्यादा सांसद बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों के हैं। एनडीए का कुनबा 329 सांसदों का है। अब निचले सदन में लगभग 100 विपक्षी विधायक ही बचे हैं। वहीं, राज्यसभा में सत्ता पक्ष से सवाल पूछने के लिए 100 से भी कम विपक्षी सांसद बचे हैं।

जिन विपक्षी सांसदों पर कार्रवाई नहीं हुई, उनमें आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और ओडिशा की बीजू जनता दल जैसे संगठनों से हैं। इन पार्टियों का रुख भाजपा की तरफ सॉफ्ट है। कई मुद्दों पर भाजपा का समर्थन किया है। इन दलों के समर्थन से भाजपा ने ऐसे विवादास्पद विधेयकों को पास कराया है, जब सत्तारूढ़ दल के पास संख्याबल भी नहीं था। 

लोकसभा में NDA और विपक्ष की स्थिति

पार्टी सांसद निलंबित बचे
भाजपा 329 00 329
विपक्ष 209 107 102
कुल 538 107 431


राज्यसभा में NDA और विपक्ष की स्थिति

पार्टी सांसद निलंबित बचे
भाजपा 105 00 105
विपक्ष  140 46 94
कुल 245 46 199


किस नियम के तहत होती है कार्रवाई?
संसद को चलाने के लिए रूल बुक है। जिसमें नियम 373 और 374 के तहत सांसदों पर कार्रवाई होती है। यदि लोकसभा स्पीकर को लगता है कि कोई सांसद सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहा है तो वह उसे उस दिन के लिए सदन के लिए बाहर कर सकता है या बाकी बचे पूरे सेशन के लिए भी सस्पेंड कर सकता है। ज्यादा अड़ियल सदस्यों पर रूल 374 और 374 ए के तहत कार्रवाई की जाती है।