Parliament Winter Session 2023 Update: संसद के शीतकालीन सत्र का आज मंगलवार को 12वां दिन है। 79 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में हंगामा किया। नतीजा दोनों सदनों को तीन बार स्थगित करना पड़ा। इसके बाद लोकसभा से 49 और सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर और कार्ति चिदंबरम, सुप्रिया सुले और डिंपल यादव शामिल हैं। इस तरह अब तक कुल 141 सांसद सस्पेंड हो चुके हैं। वे अब इस सत्र की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इतनी संख्या में कभी सांसदों पर कार्रवाई नहीं हुई थी। यहां तक कि लोकसभा की प्रश्न सूची से 27 सवाल भी हटा दिए। ये सवाल सस्पेंड हुए सांसदों की तरफ से पूछे गए थे।
निलंबित सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने और मकर द्वार प्रदर्शन किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं। इस दौरान निलंबित तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करते हुए उनका मजाक उड़ाया। उस वक्त राहुल गांधी भी थे। कई सांसद कल्याण का वीडियो बनाते नजर आए।
क्यों हंगामा कर रहे विपक्षी सांसद?
दरअसल, विपक्ष संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर नाराज है। 13 दिसंबर को दो घुसपैठिए युवक लोकसभा में कूद गए थे। उन्होंने रंगीन धुएं का कैनिस्टर स्प्रे किया। वहीं, एक महिला और एक युवक संसद के बाहर प्रदर्शन करते हुए पकड़ा गया। सभी मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसद गृह मंत्री अमित शाह के बयान और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि सदन में सुरक्षा संबंधी कोई भी घटना सचिवालय के दायरे में आती है और वह केंद्र को इसमें हस्तक्षेप नहीं करने देंगे। मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। अब तक इस प्रकरण में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पीएम ने सुरक्षा उल्लंघन को बताया गंभीर मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दैनिक जागरण अखबार को दिए एक इंटरव्यू में सुरक्षा उल्लंघन को बहुत गंभीर मामला बताया और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा है कि इस पर बहस की जरूरत नहीं है।
जयराम रमेश ने सरकार पर साधा निशाना
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि पूर्ण शुद्धिकरण का प्रयास किया जा रहा है, ताकि कठोर विधेयकों को बिना किसी सार्थक बहस के पारित किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि निलंबन की कार्रवाई का उद्देश्य भाजपा सांसद को बचाना भी है, जिनके विजिटिंग पास के जरिए दो घुसपैठिए प्रवेश पाने में सफल रहे। नई संसद अपने सभी अत्याचारों में नमोक्रेसी को दर्शाती है।