Parliament winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार (5 दिसंबर) को आठवां दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ। आज कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने अडाणी मुद्दे को लेकर फिर से सरकार को घेरा। प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेसी सांसद काली जैकेट पहुंचकर संसद पहुंचे। संसद भवन परिसर में राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस और टीएमसी के सांसदों ने अडाणी के मुद्दे पर मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया।
बता दें कि बुधवार को शीतकालीन सत्र के दिन भी कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने अडाणी और संभल मुद्दे पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
राहुल गांधी बोले- मोदी-अडाणी एक हैं
राहुल गांधी ने संसद पहुंचने पर मीडिया से बातचीत की। राहुल गांधी ने मीडिया से पूछा कि आप अपना इन्वेस्टिगेशन कराएंगे कभी। मोदी जी अडाणी जी का इन्वेस्टिगेशन नहीं करा सकते, क्योंकि अगर वह ऐसा कराएंगे तो वह अपना ही इन्वेस्टिगेशन कराने जैसा हो। मोदी और अडाणी अलग-अलग नहीं है, एक हैं। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने मोदी-अडाणी एक हैं, सड़कें देखो अडाणी, स्कूल देखो अडाणी, ऊपर देखो अडाणी, नीचे देखो अडाणी जैसे नारे लगाए।
किसान और चीन विवाद पर हंगामे के आसार
विपक्ष का ध्यान आज किसान आंदोलन, चीन सीमा विवाद पर रहने का अनुमान है। बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन विवाद पर बयान दिया, लेकिन विपक्ष इसे अधूरा बताते हुए राज्यसभा से वॉकआउट कर गया। विपक्ष ने सरकार पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है और इसे संसद में जोरदार तरीके से उठाने की तैयारी की है।
संसद में जय सियाराम बनाम जय श्रीराम
संसद के शीतकालीन सत्र का सातवां दिन बुधवार (4 दिसंबर) को कई चर्चाओं के बीच शुरू हुआ। बीते दिन महिला सांसदों द्वारा प्रियंका गांधी का जय श्रीराम से स्वागत किए जाने के बाद उनके जय सियाराम के जवाब ने नई बहस छेड़ दी। प्रियंका ने कहा कि "हम महिलाएं हैं, सीता को मत छोड़ो।" यह बयान अब राजनीति में नए रंग भर रहा है। जय श्रीराम और जय सियाराम की इस बहस से सत्र की गरमाहट बढ़ने के आसार हैं।
रेलवे और बॉयलर विधेयक किया गया पेश
बुधवार को राज्यसभा में केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बॉयलर विधेयक 2024 पेश किया। यह विधेयक पुराने कानूनों को रद्द करते हुए मजदूरों की सुरक्षा के प्रावधानों को मजबूत करेगा। वहीं, लोकसभा में रेलवे (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह विधेयक रेलवे के आधुनिकीकरण और संचालन के नए नियमों को लागू करने में मदद करेगा।
विपक्ष के हंगामे के बाद स्पीकर की अपील
लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने अडाणी मामले पर मकर द्वार पर प्रदर्शन किया। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने अपील की कि गेट पर प्रदर्शन के बजाय मुद्दों पर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि महिला सांसदों को इन प्रदर्शनों के चलते असुविधा हो रही है। विपक्ष ने इस अपील को अनदेखा करते हुए नारेबाजी जारी रखी। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
राज्यसभा में सभापति और विपक्ष में टकराव जारी
राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर नारेबाजी करते विपक्ष को सभापति जगदीप धनखड़ ने फटकार लगाई। उन्होंने कहा, "पांच दिनों तक किसी ने नोटिस नहीं दिया, अब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।" इस बयान पर विपक्ष ने नाराजगी जताई। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी संसद गेट पर विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन पर आपत्ति जताई और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने की अपील की।
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मौजूदा सत्र के बीते 7 दिनों में क्या-क्या हुआ?
संसद के शीतकालीन सत्र के पिछले सात दिनों की कार्यवाहियों में संभल हिंसा, मणिपुर संकट, किसानों की मांग, और अडाणी मामले ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं। बीते दिन(4 दिसंबर) को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में चीन के साथ विवाद पर बयान दिया। लेकिन विपक्ष ने असंतोष जताते हुए वॉकआउट कर दिया। सभापति धनखड़ ने विपक्ष को चेतावनी दी। राज्यसभा के चेयरमैन धनखड़ ने कहा कि बिना नोटिस दिए मुद्दों को उठाना संसदीय मर्यादा का उल्लंघन है।
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पेश किए जाने वाले 16 विधेयकों में से 11 पर चर्चा बाकी
संसद के शीतकालीन सत्र में कुल 16 विधेयक पेश किए जाने हैं, जिनमें 11 विधेयक पर चर्चा होनी बाकी है। वन नेशन, वन इलेक्शन से जुड़े विधेयकों को सत्र में शामिल करने की अटकलें हैं। इसके अलावा, भारतीय वायुयान विधेयक राज्यसभा में पारित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। विपक्ष का हंगामा सत्र के शेष एजेंडे को प्रभावित कर सकता है।