PM Modi-Biden Bilateral Meet: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा और रूस के साथ युद्ध के बीच शांति के संदेश के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की, जो रूस के साथ युद्ध के बीच एक बड़ा कदम था। अमेरिका ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन दिया है, जिसका भारत को लंबे वक्त से इंतजार है। पीएम मोदी और प्रेसिडेंट बाइडेन शनिवार को नॉर्थ कैरोलिना के विलमिंगटन स्थित आवास पर गर्मजोशी के साथ मिले।
अमेरिका-भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी: MEA
विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका साझेदारी (India-US Partnership) को गति देने में राष्ट्रपति बाइडेन के प्रयासों की सराहना की। पिछले साल अमेरिका की यात्रा और जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति बाइडेन की भारत यात्रा को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछली यात्राओं से अधिक गतिशीलता और गहराई आई है। बता दें कि अमेरिका-भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए इस मुलाकात को एक अहम माना जा रहा है। जिसमें वैश्विक सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को नई गति मिलेगी।
आइए, जानें इस द्विपक्षीय मुलाकात के कुछ बड़ी बातें...
1) भारत की वैश्विक भूमिका
राष्ट्रपति बाइडेन ने वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका, खासकर जी20 और ग्लोबल साउथ में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की तारीफ की है। उन्होंने प्रधानमंत्री के यूक्रेन और पोलैंड के ऐतिहासिक दौरों की भी सराहना की। प्रेसिडेंट बाइडेन ने ने कहा कि अमेरिका भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन देता है।
2) अंतरिक्ष से लेकर सेमीकंडक्टर्स तक
दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (iCET) पर हो रही प्रगति का जश्न मनाया, जिसमें अंतरिक्ष, सेमीकंडक्टर्स और एडवांस्ड टेलीकॉम शामिल हैं। साथ ही, दोनों देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी और क्लीन एनर्जी में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
3) रक्षा संबंधों को नई गति
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने रक्षा क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग को और मजबूत करने के प्रयासों की सराहना की। अमेरिका ने भारत द्वारा 31 MQ-9B ड्रोन की खरीद को पूरा करने का स्वागत किया। इसके अलावा, दोनों देशों ने रक्षा उत्पादन में साझेदारी और सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
4) स्वच्छ ऊर्जा में सहयोग
दोनों नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला में तेजी लाने और नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण और शून्य उत्सर्जन वाहनों में सहयोग के प्रयासों को सराहा। अमेरिका और भारत ने 1 बिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता के जरिए स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई।
5) वैश्विक स्वास्थ्य और विकास को बढ़ावा
दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच नई दवा नीति ढांचे का स्वागत किया, जो नशीली दवाओं के अवैध उत्पादन और तस्करी को रोकने और सार्वजनिक स्वास्थ्य साझेदारी को गहरा करने के लिए तैयार किया गया है।