PM Modi Independence Day Speech: स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 11वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं से लेकर सुधारों और शासन मॉडल पर विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने आजादी से पहले की जनसंख्या, स्वतंत्रता संग्राम का उल्लेख किया और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प व्यक्त किया। आइए जानते हैं, पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें
प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में देश में हालिया प्राकृतिक आपदाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन आपदाओं ने देश के कई हिस्सों में जनहानि और संपत्ति का नुकसान किया है। पीएम मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह समय संकट का है, लेकिन पूरा देश इस संकट की घड़ी में एकजुट है। हम सभी मिलकर इन चुनौतियों का सामना करेंगे और भविष्य में इन्हें रोकने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।
समृद्ध और विकसित भारत का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता से पहले के सैकड़ों वर्षों का दासता का हर कालखंड संघर्ष का काल था। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले भी कई जनजातीय क्षेत्रों में आज़ादी की लड़ाई लड़ी गई थी। 40 करोड़ देशवासियों ने उस समय अपनी ताकत दिखाई और भारत की स्वतंत्रता का सपना पूरा किया। उन्होंने कहा कि अगर 40 करोड़ लोग गुलामी की बेड़ियों को तोड़ सकते हैं, तो 140 करोड़ लोग 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना साकार कर सकते हैं।
देश के लिए जीने का लिया संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय था जब लोग देश के लिए मरने का संकल्प लेते थे, आज समय है देश के लिए जीने का। उन्होंने कहा कि देश के लिए जीने का संकल्प भारत को समृद्ध बना सकता है। "विकसित भारत 2047" सिर्फ भाषण का शब्द नहीं है, यह हमारे देशवासियों की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। देश के हर नागरिक को इस दिशा में मिलकर काम करना होगा ताकि हम अपने लक्ष्य को समय पर हासिल कर सकें।
‘श्री अन्न’ को हर डाइनिंग टेबल तक पहुंचाने का लक्ष्य
पीएम मोदी ने बताया कि देश के करोड़ों नागरिकों ने 'विकसित भारत 2047' के लिए कई सुझाव दिए हैं। कुछ ने इसे स्टील कैपिटल बनाने का सुझाव दिया, तो कुछ ने मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की बात कही। यूनिवर्सिटीज़ को ग्लोबल बनाने और स्किल्ड युवाओं को विश्व की पहली पसंद बनाने के सुझाव भी आए। उन्होंने कहा कि देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है और भारत के हर डाइनिंग टेबल तक 'श्री अन्न' को पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।
सेना की सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब लाल किले से यह कहा जाता है कि समय सीमा में बिजली पहुंचाई जाएगी, तो देश को विश्वास होता है। जब 2.5 करोड़ घरों में बिजली पहुंचती है, तो आम आदमी का आत्मविश्वास बढ़ता है। स्वच्छता के माहौल का निर्माण होता है, जो भारत में आई नई चेतना का प्रतीक है। जल जीवन मिशन के तहत 18 करोड़ परिवारों तक पानी पहुंच रहा है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की सेना सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मनों को जवाब देती है।
राजनीतिक नेतृत्व में दृढ़ संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब राजनीतिक नेतृत्व में दृढ़ संकल्प होता है, तो आत्मविश्वास बढ़ता है और सरकारी मशीनरी इसे पूरा करने के लिए जुट जाती है। उन्होंने कहा कि सबसे तेजी से कोविड टीकाकरण के कार्य को हमारे देश ने पूरा किया। देश में स्टेटस-को की मानसिकता बन गई थी, जिसे तोड़ने की जरूरत थी। हमने बड़े सुधार किए, जो किसी राजनीतिक मजबूरी से प्रेरित नहीं, बल्कि ‘राष्ट्र प्रथम’ के संकल्प से प्रेरित थे।