PM Modi's Nigeria Visit: नाइजीरिया के पहले दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति टिनूबू ने राजधानी अबुजा की चाबी सौंपी

PM Modi's Nigeria Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार देर रात करीब 1.30 बजे पहली बार नाइजीरिया पहुंचे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पिछले 17 सालों में पहला नाइजीरिया दौरा है। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए भारतीय समुदाय के लोग और नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला टिनूबू मौजूद थे। भारतीय समुदाय के लोग तिरंगा हाथ में लिए प्रधानमंत्री के स्वागत में उत्साहित नजर आए। नाइजीरियाई मंत्री न्येसोम विके ने प्रधानमंत्री मोदी को राजधानी अबुजा की चाबी भेंट की। इसे नाइजीरिया में विश्वास और सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
Thank you Nigeria for the memorable welcome! pic.twitter.com/2hneeauHD1
— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2024
पीएम मोदी 5 दिनों में 3 देशों का दौरा करेंगे
- PM मोदी आज राष्ट्रपति टिनूबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसमें भारत और नाइजीरिया के बीच आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा होगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे।
- प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) अगले 5 दिनों में तीन देशों की यात्रा करेंगे। पहला पड़ाव नाइजीरिया है। 16 से 17 नवंबर तक नाइजीरिया दौरे के बाद मोदी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील जाएंगे। पीएम मोदी का अंतिम गंतव्य गुयाना है।
भारत के लिए क्यों अहम है नाइजीरिया?
- नाइजीरिया तेल और गैस के बड़े भंडार वाला देश है और भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाता है। भारत का अफ्रीका में निवेश तेजी से बढ़ रहा है, खासकर ऊर्जा, खनन, फार्मास्यूटिकल्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में।
- नाइजीरिया इस्लामिक देशों के संगठन (OIC) और तेल उत्पादक देशों के संगठन (OPEC) का प्रमुख सदस्य है। ये दोनों संगठन भारत की कूटनीतिक और आर्थिक रणनीति में अहम हैं।
भारत-नाइजीरिया के रिश्तों की नींव मजबूत
भारत और नाइजीरिया के बीच 66 साल पुराने राजनयिक संबंध हैं। भारत ने 1958 में नाइजीरिया में डिप्लोमैटिक मिशन की स्थापना की थी। नाइजीरिया को 1960 में आजादी मिली। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1962 में नाइजीरिया का दौरा किया था। इस दौरे ने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत आधार प्रदान किया।
नाइजीरिया: अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतंत्र
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जबकि नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। वर्तमान में नाइजीरिया की जनसंख्या 23 करोड़ है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, 2050 तक यह 40 करोड़ तक पहुंच सकती है। तब यह भारत और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
नाइजीरिया में सामाजिक और धार्मिक विभाजन
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नाइजीरिया का उत्तरी भाग मुस्लिम बहुल है और यहां गरीबी अधिक है। वहीं, दक्षिण और पूर्वी नाइजीरिया में ईसाई आबादी ज्यादा है और यह क्षेत्र आर्थिक रूप से संपन्न हैं। ईसाई विरोध के बावजूद कई उत्तरी राज्यों ने इस्लामी शरिया कानून अपनाया, जिससे दोनों समुदायों के बीच विवाद और संघर्ष होते रहे हैं। ऐसे हालात में नाइजीरिया में शांति और विकास की रफ्तार बनाए रखना बड़ी चुनौती है।
