Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तमिलनाडु के सेलम में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वह बीजेपी के दिवंगत साथियों को याद करते हुए भावुक हो गए। पार्टी महासचिव 'ऑडिटर' वी. रमेश को याद करते हुए पीएम मोदी का गला रुंध आया। अचानक खामोश हो गए, मोदी करीब करीब 30 सेकेंड तक चुप रहे। उनकी आंखें डबडबा गईं। जनता तालियां बजाने लगी, कुछ देर तक मोदी कुछ सोचते रहे, फिर पानी पीया। उन्होंने कहा कि सेलम का वो रमेश आज नहीं है, जिन्होंने रात-दिन पार्टी के लिए काम किया।
प्रधानमंत्री ने सनातन का अपमान करने को लेकर विपक्षी INDI अलायंस पर जमकर हमला बोला। साथ ही कहा कि शक्ति का अपमान करने वालों को तमिलनाडु की जनता सबक सिखाएगी। इंडी में शामिल डीएमके किसी दूसरे धर्म के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलती है। हमारी सरकार भी तमिलनाडु के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
आज सेलम का वो रमेश नहीं रहा...
पीएम मोदी बोले- आज मैं सालेम में हूं। मुझे ऑडिटर रमेश की याद आना स्वाभाविक है... दुर्भाग्य से आज सेलम का वो मेरा रमेश हमारे बीच नहीं है। पार्टी के लिए रमेश दिन-रात काम करने वाला हमारा साथी था। वह अच्छे प्रवक्ता थे, लेकिन उनकी हत्या कर दी गई। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
पूर्व स्टेट प्रेसिडेंट लक्ष्मण को याद किया
इस दौरान मोदी ने तमिलनाडु के पूर्व भाजपा अध्यक्ष केएन लक्ष्मण को भी याद किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल विरोधी आंदोलन में लक्ष्मण का भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने तमिलनाडु में कई स्कूलों की शुरुआत भी कराई थी। बता दें कि केएन लक्ष्मण का सेलम स्थित आवास पर जून 2020 में निधन हो गया था। वे ढलती उम्र के जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे।
कौन थे वी. रमेश?
बता दें कि 2013 में भाजपा महासचिव 'ऑडिटर' वी. रमेश (54 साल) की अज्ञात हमलावरों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उस वक्त रमेश सेलम स्थित मारावनेरी में अपने घर पर थे। हमलावरों ने आवास के परिसर में ही वारदात को अंजाम दिया था।
19 अप्रैल को एक-एक वोट BJP को जाएगा: मोदी
तमिलनाडु के सेलम में पीएम मोदी का सम्मान भी किया गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु का आशीर्वाद बीजेपी को जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज तमिलनाडु की जनता ने तय कर लिया है कि 19 अप्रैल को एक एक वोट बीजेपी और एनडीए को जाएगा। तमिलनाडु ने इस बार तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार। बता दें कि राज्य की सभी 39 सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी।
पिछले चुनाव में भाजपा का खाता भी नहीं खुला
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेतृत्व वाले सेकुलर अलायंस, जिसमें कांग्रेस, वीसीके, एमडीएमके, सीपीआई, सीपीआई (एम), आईयूएमएल, एमएमके, केएमडीके, टीवीके, एआईएफबी शामिल थे को 39 में से 38 सीटों पर बड़ी विजय प्राप्त हुई थी। इस दौरान DMK ने 33.2 फीसदी वोट शेयर के साथ 23 लोकसभा सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 12.9 प्रतिशत वोट के साथ 8 और CPI ने तमिलनाडु में 2 सीटें जीतीं। सीपीआई (एम) और आईएमएल को एक-एक 1 सीट मिली, जबकि 2 सीटों पर निर्दलीय चुने गए थे।