Viksit Bharat 2047: लोकसभा चुनाव (Loksabha Chunav) से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार (3 मार्च) को केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैठक हुई। करीब 11 घंटे चली मीटिंग में विजन डॉक्यूमेंट विकसित भारत 2047, अगले 5 साल की योजनाओं और सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान पहले 100 दिन की रणनीति पर चर्चा हुई। मौजूदा सरकार की यह आखिरी कैबिनेट बैठक थी। यह एक तरह से ब्रेनस्टॉर्मिंग सेशन जैसी रही। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ मैसेज दिया कि मैदान में जाइए और जीतकर आइए। हम जल्दी मिलेंगे।

'वोटर्स को विकास और योजनाओं के बारे में बताएं'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी (Narendra Modi) ने मंत्रियों से कहा कि लोगों से मेल-मुलाकात के दौरान सावधानी रखें। चुनाव प्रचार अभियान में मतदाताओं के बीच जाकर सरकार की विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताएं। बीजेपी को 370 और NDA को 400 पार के टारगेट तक लेकर जाना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर को देश का अभिन्न अंग बनाने के लिए बलिदान दिया है। ये उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है।

'विपक्ष की तू-तू, मैं-मैं की राजनीति में न उलझें'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अगले 100 दिन तक हर बूथ पर पिछले चुनाव में मिले वोटों में कम से कम 370 वोट बढाने पर काम करें। फर्स्ट टाइम वोटर्स को भाजपा के लिए मतदान करने के लिए प्रेरित करें। महिलाएं हमारे लिए सिर्फ वोटर नहीं हैं। आप माताओं और बहनों का आशीर्वाद लीजिए। हमें विपक्ष की तू-तू, मैं-मैं की राजनीति में नहीं उलझना है। गैर-जरूरी आरोपों का कीचड़ उछालेगा, लेकिन हमें गरीब कल्याण की उपलब्धियों से जनसमर्थन प्राप्त करना है। मोदी ने मंत्रियों को विवादों से दूर रहने और डीपफेक से सावधान रहने की नसीहत दी। 

पीएम ने पहले भी मौन रहने की नसीहत दी थी
मोदी सरकार की यह बैठक अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। अगले 15 दिनों में चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। प्रधानमंत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में नेताओं को मौन साधने की नसीहत दी थी। उन्होंने भाजपा नेताओं से मीडिया में बैठक को लेकर कुछ भी बोलने से किनारा करने के लिए कहा था। साथ ही मंडल प्रभारियों को पन्ना प्रमुखों से 30 दिन में मुकाकात के लिए बोला है। बता दें कि देश में 10 लाख 35 हजार बूथ हैं। इस लिहाज से एक लोकसभा में करीब 1900 बूथ होंगे।