10 new Vande Bharat Express trains: पीएम मोदी मंगलवार को गुजरात पहुंचे। अहमदाबाद के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर से पीएम मोदी ने देशभर में एक साथ 85 हजार करोड़ रुपए लागत के करीब 6000 प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन किया। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने 10 नई सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद इंडियन रेलवे के बाड़े में 104 (51 जोड़ी) वंदे भारत ट्रेनें हो गई हैं।
31 जनवरी 2024 तक देश में 82 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा था। ये वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें 24 राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों और 256 जिलों को कवर कर रही हैं। पीएम मोदी ने मंगलवार को चार मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों के रूट्स का एक्सटेंशन किया।
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
- विकसित भारत के लिए नव निर्माण का लगातार विस्तार हो रहा है। बीते 75 दिन में 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है।
- मैं खासतौर से मेरे युवा साथियों से कहना चाहता हूं कि आज जो लोकार्पण हुआ है वो आपके वर्तमान के लिए है, और आज जो शिलान्यास हुआ है वो आपके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर आया है।
- 2014 से पहले देश में नॉर्थ ईस्ट के 6 राज्यों की राजधानी रेलवे से नहीं जुड़ी थी। देश में 10 हजार से ज्यादा मानव-रहित रेलवे फाटक थे। वहां लगातार एक्सीडेंट होते थे। सिर्फ 35% रेल लाइनों का विद्युतीकरण हुआ था। क्योंकि रेल लाइनों का दोहरीकरण पहले की सरकारों की प्राथमिकता में ही नहीं था।
- रेलवे का विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। हमने 10 वर्षों में औसत रेल बजट को 2014 से पहले की तुलना में 6 गुना ज्यादा बढ़ाया है।
- भारतीय रेल आधुनिकता के ट्रैक पर ऐसे ही आगे बढ़ती रहेगी, ये मोदी की गारंटी है। देश का जन मानस विकास से जुड़ गया है। 700 से अधिक जिलों में आज विकास की लहर लोगों को अनुभव हो रही है।
- मैं देश को गारंटी दे रहा हूं कि अगले 5 साल में आप भारतीय रेल का ऐसा कायाकल्प होते देखेंगे, जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी।
- वंदे भारत ट्रेनों का नेटवर्क अब देश के 250 से अधिक जिलों तक पहुंच चुका है। जन भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार वंदे भारत ट्रेनों का रूट भी लगातार बढ़ा रही है।
- रेलवे का कायाकल्प भी विकसित भारत की गारंटी है। आज रेलवे में अभूतपूर्व गति से नए रिफॉर्म्स हो रहे हैं। तेज गति से नए रेलवे ट्रैक का निर्माण, 1300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण, वंदे भारत, नमो भारत, अमृत भारत जैसी नेक्स्ट जेनरेशन ट्रेन, आधुनिक रेलवे इंजन और कोच फैक्ट्रियां, ये सब 21वीं सदी की भारतीय रेल की तस्वीर बदल रही हैं।
इन नई ट्रेनों का होगा संचालन
- लखनऊ-देहरादून
- पटना-लखनऊ
- न्यू जलपाईगुड़ी-पटना
- पुरी-विशाखापट्टनम
- कालाबुरागी-बैंग्लोर
- रांची-वाराणसी
- खुजराहो-दिल्ली
- अहमदाबाद-मुंबई
- सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम
मैसूर-चेन्नईमंडल रेल प्रबंधक (वाल्टेयर डिवीजन) सौरभ प्रसाद ने पुष्टि की कि दो वंदे भारत ट्रेनों में से एक विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर के बीच चलेगी और दूसरी विशाखापत्तनम और सिकंदराबाद के बीच संचालित होगी। ये दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें इस रूट पर मौजूदा सेवा के अतिरिक्त हैं।
एक्सटेंशन वाले रूट्स
सिर्फ नई ट्रेनें ही नहीं, बल्कि कुछ पुराने रूट भी बढ़ाए गए हैं। तिरुवनंतपुरम-कासरगोड ट्रेन अब मंगलुरु तक बढ़ाई जाएगी। अहमदाबाद-जामनगर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन अब द्वारका तक जाएगी। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन अब प्रयागराज तक जाएगी। इसी तरह अजमेर और दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का मार्ग अब चंडीगढ़ तक फैल जाएगा।
दिल्ली से सबसे ज्यादा वंदे भारत ट्रेन
10 वंदे भारत ट्रेनों के साथ दिल्ली स्टार प्लेयर बनकर उभरी है। मतलब दिल्ली से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की संख्या सबसे ज्यादा है। ये ट्रेनें दिल्ली के साथ अंब अंदौरा, अमृतसर, अयोध्या, भोपाल, देहरादून और खजुराहो से जुड़ गई हैं। इसके अलावा मुंबई से छह और चेन्नई से वंदे भारत ट्रेनों का संचालन होता है। मैसूर अपनी दूसरी वंदे भारत ट्रेन के स्वागत के लिए तैयार है।