PM Narendra Modi Inaugurate 112 National Highway Projects: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुरुग्राम में कहा कि पहले सरकारें छोटी योजना और छोटा कार्यक्रम करके 5 साल तक उसकी डुगडुगी पीटते रहते थे। वहीं भाजपा सरकार को शिलान्यास और लोकार्पण के लिए समय और दिन कम पड़ रहे हैं। नए साल 2024 के अभी तीन महीने पूरे नहीं हुए हैं। इतने कम समय में 10 लाख करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन हो चुका है। ये वो प्रोजेक्ट्स हैं, जिसमें मैं खुद शामिल रहा। मेरे मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने भी कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
ये बड़े लक्ष्यों का भारत
पीएम ने द्वारका एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय ऐसा भी था जब सूरज ढलने के बाद लोग इधर आने से बचते थे। टैक्सी ड्राइवर भी आने से मना कर देते थे। लेकिन आज कई बड़ी कंपनियां यहां आकर अपने प्रोजेक्ट लगा रही हैं। ये इलाका NCR के सबसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों में शामिल हो रहा है। 21वीं सदी का भारत बड़े विजन का भारत है। ये बड़े लक्ष्यों का भारत है। आज का भारत प्रगति की रफ्तार से कोई समझौता नहीं कर सकता है।
सड़क मार्ग से पहुंचे गुरुग्राम, किया रोड शो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सड़क मार्ग से हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचे। बजघेड़ा बॉर्डर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और सीएम मनोहर लाल खट्टर ने उनका स्वागत किया। इसके बाद रोड शो की शक्ल में पीएम मोदी सेक्टर 84 पहुंचे। इस बीच पर उन पर फूलों की बारिश की गई। पीएम मोदी ने देशभर में 1 लाख करोड़ रुपए की 112 नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसमें द्वारका एक्सप्रेसवे का हरियाणा खंड भी शामिल है। लोग अब द्वारका एक्सप्रेसवे से 20 मिनट में मानेसर से दिल्ली के द्वारका तक पहुंच सकेंगे।
एनएच-48 से बजघेड़ा बॉर्डर तक आठ लेन
एनएच-48 से बजघेड़ा बॉर्डर तक आठ लेन का द्वारका एक्सप्रेसवे बनकर तैयार है। हरियाणा खंड में इसकी लंबाई 19 किलोमीटर है। इसके निर्माण पर 4,100 करोड़ रुपये खर्च आया है। ये एक्सप्रेसवे गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास से दिल्ली के महिपाल स्थित शिवमूर्ति तक बनाया जाएगा। यह दिल्ली में आईजीआई हवाई अड्डे और गुरुग्राम बाईपास से सीधी कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।
दिलचस्प है द्वारका एक्स्प्रेसवे बनने की कहानी
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से द्वारका एक्सप्रेस बनवाने का अनुरोध किया था। तब गडकरी ने पूछा कि इस पर खर्च कितना आएगा? खट्टर ने जवाब दिया कि 200-300 करोड़ रुपए। केंद्रीय मंत्री ने हामी भर दी। लेकिन जब गडकरी ने अफसरों से प्रोजेक्ट का इस्टीमेट बनाने को कहा तो इसकी लागत करीब सात हजार करोड़ आंकी गई। गडकरी हैरान रह गए। उन्होंने सीएम खट्टर से बात की। कहा कि आपने तो 200-300 करोड़ खर्च बताया था, लेकिन लागत 7 हजार करोड़ आने वाली है।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि आपने तो जनता के सामने बनवाने का वादा किया है। देख लीजिए आपको क्या करना है। गडकरी ने मुस्कराते हुए जवाब दिया कि आपकी बात बिल्कुल ठीक है। अब वादा कर लिया है तो बनवाना भी पड़ेगा, चाहे लागत कितनी भी आए। यह किस्सा खुद मनोहर लाल खट्टर ने नूंह-गुरुग्राम में लोगों के बीच साझा किया।
इन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन
दिल्ली में नांगलोई-नजफगढ़ रोड से सेक्टर 24 द्वारका खंड तक 9.6 किलोमीटर लंबी छह-लेन शहरी विस्तार रोड-द्वितीय (यूईआर-द्वितीय)-पैकेज 3।
उत्तर प्रदेश में लगभग 4,600 करोड़ रुपये की लागत से विकसित लखनऊ रिंग रोड के तीन पैकेज।
आंध्र प्रदेश में लगभग 2,950 करोड़ रुपये की लागत से NH-16 का आनंदपुरम-पेंडुर्थी-अनकापल्ली खंड।
हिमाचल प्रदेश में लगभग 3,400 करोड़ रुपये की लागत वाले NH-21 (दो पैकेज) के किरतपुर-से-नेरचौक खंड
कर्नाटक में 2,750 करोड़ रुपये का डोबास्पेट-हेस्कोटे खंड (दो पैकेज)।
देश भर के विभिन्न राज्यों में 20,500 करोड़ रुपये की 42 अन्य परियोजनाएं।
इन परियोजनाओं की रखी आधारशिला
आंध्र प्रदेश में 14,000 करोड़ रुपये के बेंगलुरु-कडप्पा-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे के 14 पैकेज।
कर्नाटक में 8,000 करोड़ रुपये के एनएच-748ए के बेलगाम-हुंगुंड-रायचूर खंड के छह पैकेज।
हरियाणा में 4,900 करोड़ रुपये के शामली-अंबाला राजमार्ग के तीन पैकेज।
पंजाब में 3,800 करोड़ रुपये के अमृतसर-बठिंडा कॉरिडोर के दो पैकेज।