PM Narendra Modi Inaugurate Sela Tunnel: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी की। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में दुनिया की सबसे लंबी बाय-लेन सुरंग (Sela Tunnel) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 10,000 करोड़ रुपये की उन्नति योजना की शुरुआत की। साथ ही मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 55,600 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का इनॉगरेशन किया।
इतना काम करने में कांग्रेस को 10 साल लग जाते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकसित राज्य के लिए विकसित राष्ट्रीय उत्सव तेज गति से जारी है। आज मुझे विकसित पूर्वोत्तर में हिस्सेदार बनने का अवसर मिलाद है। पूर्वोत्तर के विकास के लिए हमारा विजन अष्टलक्ष्मी का रहा है। साउथ एशिया और ईस्ट एशिया के साथ भारत के ट्रेड, टूरिज्म और दूसरे रिश्तों की एक मजबूत कड़ी हमारा नॉर्थ ईस्ट बनने जा रहा है। पूर्वोत्तर के विकास पर हमने जितना निवेश 5 साल में किया है, इतना ही काम करने में कांग्रेस को कम से 20 साल लग जाते।
पहले भी बन सकती थी सेला सुरंग
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने सीमावर्ती क्षेत्रों को हमेशा विकास से दूर रखने की कोशिश की। सेला सुरंग पहले भी बनाई जा सकती थी, लेकिन उनकी प्राथमिकता अलग थी। वे सोचते थे कि अरुणाचल में केवल दो लोकसभा सीटें हैं, इतना काम क्यों करें। मैं लोगों से वादा करता हूं सेला में मैं अपने तीसरे कार्यकाल में फिर से आऊंगा।
पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें
- 2019 में मुझे सेला टनल का उद्घाटन करने का मौका मिला था। आज इसका लोकार्पण हुआ। 2019 में ही डोनी पोलो एयरपोर्ट का भी शिलान्यास किया था। आज ये एयरपोर्ट शानदार काम कर रहे हैं।
- अतीत में जब हमारे बॉर्डर पर इन्हें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहिए था, उस समय कांग्रेस की सरकारें घोटाले करने में व्यस्त थी। कांग्रेस ने बॉर्डर और बॉर्डर पर बसे गांवों को अविकसित रखकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है।
- अपनी ही सेना को कमजोर रखना, अपने ही लोगों को सुविधा और समृद्धि से वंचित रखना ही कांग्रेस के कार्य करने का तरीका है। यही उनकी नीति है, यही उनकी रीति है।
- आजादी के बाद से 2014 तक पूर्वोत्तर में 10 हजार किमी नेशनल हाइवे बनाए गए। बीते 10 साल में 6 हजार किमी से अधिक नेशनल हाइवे बनाए गए। जितना काम 7 दशक में हुआ, उतना हमने 1 दशक में कर दिया है।
देखिए टनल की फोटोज...
अब हर मौसम में तवांग पहुंच पाएगी सेना
सेला सुरंग 13 हजार फीट की ऊंचाई है। ये इतनी ऊंचाई पर बनाई गई दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन सुरंग है। यह चीन बॉर्डर से लगे तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी मुहैया कराएगी। करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सुरंग देश के लिए रणनीतिक महत्व भी रखती है।
सुरंग बनने से अरुणाचल के तवांग और असम के तेजपुर को सीधे जोड़ेगी। दोनों जगह सेना के हेडक्वार्टर हैं। जिनकी दूरी भी एक घंटे कम हो जाएगी। इसका शिलान्यास पीएम मोदी ने 2019 में किया था।