PM Narendra Modi Jhabua Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ पहुंचे। सभास्थल पर खुली जीप में रोड शो किया और जनता का अभिवादन किया। यहां 7500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद मोदी ने बाबा डूंगरदेव के जयकारे के साथ अपना संबोधन शुरू किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि झाबुआ जितना मध्यप्रदेश के साथ है, उतना ही गुजरात से भी जुड़ा है। देवाधिदेव महादेव की चरणों में प्रणाम करते हुए झाबुआ की पावन मिट्टी को नमन करता हूं।
- पीएम मोदी ने कहा- लोगों ने जो कांग्रेस को जवाब दिया है वह तो सिर्फ ब्याज है अभी और जवाब मिलना बाकी है। झाबुआ के जनजातीय लोगों के उत्पादों का बड़ा बाजार तैयार हो रहा है। यहां की महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह बनाकर पापड़, अचार और अन्य उत्पादों को बेचना शुरू किया है। जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। सरकार का इस बार देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश की सरकार नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत ड्रोन देगी। बहुत जल्द झाबुआ में भी ड्रोन के जरिए कृषि क्रांति आएगी।
MP की डबल इंजन सरकार ने 45 लाख लोगों को घर दिया
- पीएम मोदी ने कहा- देश में पहली बार जब आदिवासी समुदाय की महिला ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ा तो कांग्रेस के लोग उसके खिलाफ दीवार बनकर खड़े हो गए जब मोदी आदिवासी, पिछड़ों के लिए घर बनवाता है तो ये लोग मोदी को गाली देते हैं। मध्यप्रदेश की डबल इंजन सरकार ने 45 लाख लोगों को घर दिया। जितने दिन कांग्रेस की सरकार रही, इन योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने से रोकने की पूरी कोशिश की गई। धार, रतलाम के हजारों गांवों तक हम पानी पहुंचाएंगे। हमारे आदिवासी समुदाय के लोगों को इन कामों के लिए दशकों को इंतजार करना पड़ा। लोग यह बातें भूलते नहीं है, समय आने पर सारा हिसाब चुकता कर देते हैं।
कांग्रेस ने जो गड्ढे बनाए, हम उसे तेजी से भर रहे
- प्रधानमंत्री ने कहा- कांग्रेस के शासनकाल में पहले रेल परियोजनाओं के लिए जितनी राशि आती थी, हम उससे 24 गुना ज्यादा राशि भेज रहे हैं। इसके साथ ही सड़क और हाईवे परियोजनाओं के लिए भी ज्यादा राशि भेज रहे थे। कांग्रेस ने जो गड्ढे बनाए हम उसे भरने का काम तेजी से जा रहे हैं। यही कारण है कि कांग्रेस के लोकल नेता भी अपने आलाकमान से कह रहे हैं कि हम किसी मुंह से बीजेपी के खिलाफ वोट मांगने जाएं। कांग्रेस को आदिवासियों की चिंता नहीं थी, अपने महलों की चिंता थी। हार को देखकर कांग्रेस और उसके दोस्त आखिरी दांव पेंच का इस्तेमाल करने लगे हैं। इनकी दो ही नीतियां हैं लूट और फूट। जब यह सत्ता में होती है तो लूट करती है और जब सत्ता से बाहर होती है तो लोगों में फूट डालकर लड़ाने का काम करती है। लूट और फूट कांग्रेस का ऑक्सीजन है। इसको बंद करते ही कांग्रेस का सियासी दम टूटने लगता है। अब यह लोग वापस वोट पाने के लिए जाति के नाम पर, लोगों में टूट करवाने की कोशिश कर रहे हैं। देश सब देख रहा है।
हमने लोगों के लिए पीएम जनमन योजना शुरू की
- आज जो देश में सबसे वंचित है, सबसे पिछड़ा है वह हमारी प्राथमिकता है। जो सबसे गरीब थे, आज सबसे पहले सरकार उनके लिए योजनाएं बनाती है। सबसे आखिरी गांव, सबसे आखिरी वर्ग, ये कौन लोग थे, इनमें से ज्यादातर हमारे गरीब, आदिवासी और पिछड़ा समुदाय के लोग थे। इसलिए हमने इन लोगों के लिए पीएम जनमन योजना शुरू की। इस योजना के तहत ऐसे लोगों का विकास कि जा रहा है। इसका फायदा बैरिया और भेरिया जैसे समुदायों को होगा। झाबुआ के साढ़े पांच सौ गांवों में विकास के कार्य हो रहे हैं। हमारी सरकार मध्यप्रदेश की ग्रामीण इलाकों में विकास पर ध्यान दे रही है।
आदिवासी को उनका अधिकार वापस दिलाया
- वनसंपदा कानून में संशोधन करके हमारी सरकार ने वन संपत्तियों पर आदिवासी लोगों का अधिकार वापस दिलाया है। पहले आदिवासी क्षेत्रों के युवाओं की सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी से बड़े पैमाने पर मौत होती थी। कांग्रेस ने कभी इसकी परवाह नहीं की। हमने इस बीमारी के लिए अभियान शुरू किया। यह हमारी नियत का फर्क है कि आज आदिवासी सामज के युवक पढ़ाई लिखाई में आगे बढ़ रहे हैं। आज यहां एक लाख से ज्यादा आदिवासी लोगों को अधिकार पत्र दिए गए हैं। यह सुरक्षा पत्र हमारे परिवार को जमीन का अधिकार देने, संपत्ति विवादों से बचने में मददगार हैं। यह अधिकार पत्र सूदखोरों से बचाती है। स्वामित्व योजना मेरे देश के गांव गरीब को इन सभी मुश्किलों से बचाती है। आज जो देश में सबसे वंचित है, सबसे पिछड़ा है वह हमारी प्राथमिकता है।
मैं आपसे भीख मांगता था- अपनी बेटियों को पढ़ने भेजें
- आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन हो रहा है, उसके बाद आदिवासी परिवार के बच्चों को इंदौर और दूसरे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। मैं जब मुख्यमंत्री बना तो आदिवासी पट्टों में बच्चों के लिए स्कूल खोले। ऐसे इलाके हैं जहां पर पता ही नहीं चलता कि गुजरात है कि मध्यप्रदेश। मैं झाबुआ के बगल में दाहोद में जाकर लोगों से भीख मांगता था कि अपनी बच्चियों को पढ़ने भेजें। पूरे देश में आदिवासी बच्चों के लिए तेजी से एकलव्य स्कूल खोलने शुरू किए गए हैं। कांग्रेस ने अपने पूरे कार्यकाल में सिर्फ 100 एकलव्य स्कूल खोले थे, हमने अपने कार्यकाल में इससे चार गुणा ज्यादा एकलव्य स्कूल खोले हैं।
आदिवासियों के सम्मान के बारे में नहीं सोचा
- मोदी ने कहा कि कम उम्र के युवाओं को शायद याद भी नहीं होगा कि आज विकास की पटरी पर दौर रहा एमपी भाजपा सरकार के आने से पहले बीमारू राज्यों में गिना जाता था। इसकी मुख्य वजह आदिवासी और ग्रामीण इलाकों के प्रति कांग्रेस का नफरता भरा रवैया था। इन लोगों ने पहले कभी आदिवासी लोगों के सम्मान के बारे में नहीं सोचा। इनके लिए जनजातीय लोगों का मतलब सिर्फ कुछ वोटों से होता था। इन लोगों ने जनजातीय लोगों के लिए कभी कुछ नहीं सोचा। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पहली बार आदिवासी लोगों के लिए अलग मंत्रालय बनाया, योजनाएं शुरू की।
आपके बच्चों और नौजवानों के सपने मोदी का संकल्प
- पीएम ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने वन उपज के उत्पादों की एमएसपी पर बढ़ोतरी की। आदिवासी इलाकों में वन धन केंद्र खोले। हमारे लिए जनजातीय समुदाय वोट बैंक नहीं बल्कि देश का गौरव है। हमारे देश के उज्जवल भविष्य की गारंटी यह जनजातीय समुदाय है। आपके सपने, आपके बच्चों के सपने नौजवानों के सपने, मोदी का संकल्प है। इसलिए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव के रूप में मनाने का फैसला मोदी सरकार ने लिया। कंट्या मामा के नाम पर मैं आज विश्वविद्यालय की घोषणा कर रहा हूं। आज तिलक मांझी जी का जन्मदिन है। वह हमारे आदिवासी समाज के गौरव हैं। उन्होंने बिहार के भागलपुर में 1784 में यानी की 1857 से पहले ही अंग्रेज को तीर से मार गिराया था। आज ऐसे वीर पुरुष की जयंती भी है।
हर बूथ में 370 वोट ज्यादा होने चाहिए
- मोदी ने कहा कि आप सभी के प्रयासों से हर बूथ में 370 वोट ज्यादा होने चाहिए और यदि हो गया तो बीजेपी का आंकड़ा 370 से पार होने से कोई रोक नहीं सकता। मध्य प्रदेश के लोगों ने अपना मिजाज दिखा दिया है। लेकिन ऐसा ही मिजाज देश के कोने कोने में दिख रहा है। हाल ही में मैं दक्षिण के दौरे पर गया था। वहां मेरा कोई कार्यक्रम नहीं था। मैं तो वहां पर पूजा पाठ करने गया था। लेकिन हजारों लोग मुझे आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आप लोगों का इतना प्यार मिलता है। 2023 में मध्यप्रदेश से कांग्रेस की छुट्टी हुई थी, 2024 में पूरे देश से कांग्रेस की छुट्टी होगी।
अबकी बार बीजेपी और कमल 370 के पार
- मोदी ने कहा कि मैं आपको इसके लिए जड़ी बूटी देता हूं। यहां से जाने के बाद यह जानकारी निकालिए की पिछले तीन चुनाव में कमल के निशान को कितने वोट मिले हैं। इसके बाद लिख लीजिए कि कहां पर पिछले तीन चुनाव के दौरान बीजेपी को कहां वोट मिले। इसके साथ ही तय करना होगा कि जिस पोलिंग बूथ में जितने वोट मिले थे, उसमें इस बार मेहनत करके 370 वोट लाना होगा। लाएंगे, हिसाब-किताब करेंगे, एक एक मतदाता की लिस्ट बनाएंगे। सरकार का कामकाज लोगों तक पहुंचाएंगे। उन्हें बताएंगे कि सरकार की किन किन योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचा है। मैं आपको एक बार फिर से गारंटी देता हूं कि विश्वास के अनुरूप आपके लिए काम करूंगा। साथियों कुछ दिन पहले जब विपक्ष में से आवाज आई की 400 पार तो मैंने कहा कि एनडीए की 400 पार की बात तो मैं भी सुन रहा हूं। मैं तो यह भी सुन रहा हूं कि अकेले बीजेपी और कमल का निशान 370 के पार होगा।
मैं लोकसभा के प्रचार के लिए नहीं आया हूं
- मोदी ने कहा कि मेरी यात्रा को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि मोदी झाबुआ से लोकसभा की जंग का आगाज करेंगे। लेकिन मैं लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए नहीं आया। मैं तो ईश्वर रूपी प्रदेश की जनता का आभार जताने आया हूं। आप तो विधानसभा में पहले ही बता चुके हैं कि लोकसभा चुनाव में वोटर्स का मूड क्या रहेगा। इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए आज कई बड़ी रेल परियोजनाएं शुरू की गई हैं। रतलाम और मेघनाम रेलवे स्टेशनों को बेहतर बनाने का काम शुरू हो रहा है। आज बहन बेटियों के खाते में 1500 रुपए की राशि भेजी गई।ये विकास कार्य बता रहे हैं कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार तेजी से काम कर रही है।
झाबुआ जितना मध्यप्रदेश के साथ, उतना ही गुजरात से भी जुड़ा है
- झाबुआ जितना मध्यप्रदेश के साथ है, उतना ही गुजरात से भी जुड़ा है। गुजरात में रहते हुए मुझे यहां के जनजीवन और यहां की परंपराओं से करीब से जुड़ने का मौका मिला था। इसलिए मैं जब भी आपके बीच आता हूं वो भाव ताजा हो जाता है। इन दिनों हमारे इन इलाकों में भगोरिया की तैयारियां चल रही होंगी। मैं आप सभी को भगोरिया की शुभकामनाएं देता हूं। भगोरिया से पहले मुझे आप सभी के बीच आकर ढेर सारी विकास परियोजनाओं को आपके कदमों में सौंपने का सौभाग्य मिला है।
क्षेत्र के जनजातीय समुदायों का अभिनंदन करता हूं
- धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाबुआ से ही खरगोन में 170 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। केंद्र में जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि समाज के सम्मान को दबाकर कांग्रेस ने इस देश में शासन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाबुआ में एक भव्य रोड शो किया। इस दौरान भारी संख्या में लोग पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार दोपहर करीब 1 बजे झाबुआ पहुंचे। 7500 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव सहित प्रदेशभर के भाजपा नेता मौजूद रहे।
इन परियोजनाओं का किया शिलान्यास
पीएम मोदी ने जिन परियोजनाओं की नींव रखी और शुभारंभ किया उनमें सड़क, रेल, बिजली और जल क्षेत्र से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं। मोदी ने झाबुआ में 'सीएम राइज स्कूल' का शिलान्यास किया। साथ ही स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को 1.75 लाख अधिकार अभिलेख वितरित किए।
मोदी झाबुआ में ये सौगातें देंगे
- खरगोन में 170 करोड़ रु. की लागत से स्थापित होने वाले टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे।
- प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 550 से अधिक गांवों के लिए राशि का ट्रांसफर करेंगे।
- एसटी वर्ग की दो लाख महिलाओं को आहार अनुदान की 1500 रु. मासिक किस्त का वितरण।
- पीएम स्वामित्व योजना के 1.75 लाख लाभार्थियों को अधिकार अभिलेख का वितरण।
- झाबुआ में सीएम राइज स्कूल का शिलान्यास करेंगे।
- रतलाम व मेघनगर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट की आधार शिला रखेंगे।
- धार-रतलाम के एक हजार से अधिक गांवों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना का शुभारंभ।
मोदी के कार्यक्रम से लोकसभा की इन सीटों पड़ सकता है असर
असल में लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा का आदिवासियों पर पूरा फोकस है। यही कारण है कि आदिवासी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। झाबुआ आदिवासियों का सेंट्रल पाइंट है। यहां से पीएम प्रदेश की 6 आदिवासी सीटों रतलाम-झाबुआ, बैतूल, खरगौन, धार, मंडला और शहडोल को साधेंगे। इसके अलावा गुजरात की पंचमहल, छोटा उदयपुर, दाहोद और राजस्थान की बांसवाड़ा लोकसभा पर भी पीएम के इस सभा का असर पड़ेगा। आदिवासियों के जल जंगल और जमीन बड़े मुद्दे हैं, जिन पर BJP का फोकस है।