PM Modi Interview: लोकसभा चुनाव अपने आखिरी चरण में है। 7वें और अंतिम चरण की वोटिंग 1 जून को होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (28 मई) ANI को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी और विपक्ष के आरोपों का जवाब भी दिया। बंगाल में चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एकतरफा चुनाव है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। यही वजह है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता हताश और निराश हैं। प्रधानमंत्री विपक्ष की आलोचनाओं को कूड़ा-कचरा बताया और कहा कि मैं इसे खाद में बदल देता हूं।
बंगाल में मिलेगी सर्वाधिक सफलता
पीएम मोदी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा सर्वाधिक सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव में टीएमसी पार्टी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने पिछले विधानसभा का जिक्र किया। कहा कि हमारी तीन सीटें थीं। बंगाल की जनता ने हमें तीन से 80 तक पहुंचाया। लोकसभा में भी हमें खूब समर्थन मिला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल की जनता भाजपा का समर्थन कर रही है, जिससे तृणमूल कांग्रेस सरकार में घबराहट पैदा हो रही है। लगातार हत्याएं और हमले हो रहे हैं। चुनाव से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं को जेलों में बंद किया जा रहा है। इन सभी अत्याचारों के बावजूद जनता बड़ी संख्या में वोट देने आ रही है।
कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले का किया जिक्र
पीएम मोदी ने 2010 के बाद पश्चिम बंगाल में जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्रों को रद्द करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले पर भी तृणमूल कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कांग्रेस पर धर्म-आधारित आरक्षण देने का आरोप लगाया, जिसकी संविधान में अनुमति नहीं है।
ये लोग दलितों-आदिवासियों के कट्टर दुश्मन
पीएम मोदी ने INDI गुट पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं एससी, एसटी, ओबीसी और अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों को सचेत करना चाहता हूं, क्योंकि उन्हें अंधेरे में रखकर वे (विपक्ष) उन्हें लूट रहे हैं। इसलिए, मैं लोगों को यह समझा रहा हूं कि भारत के संविधान की मूल भावना का उल्लंघन किया जा रहा है और वह भी वोट बैंक की राजनीति के लिए। जो लोग खुद को दलितों, आदिवासियों के हितैषी कहते हैं, वास्तव में उनके कट्टर दुश्मन हैं। उनके (कांग्रेस) घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप है। क्या आप वोट बैंक के लिए आने वाली पीढ़ियों को भी बर्बाद करना चाहते हैं?
गालिया देना उनका स्वभाव बना
पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो पिछले 24 साल से गालियां खा-खा कर गाली प्रूफ बन गया हूं। मौत का सौदागर और गंदी नाली का कीड़ा किसने कहा था? संसद में हमारे एक साथी ने हिसाब लगाया था, 101 गालियां गिनाई थी, तो चाहे चुनाव हो या न हो, ये लोग (विपक्ष) मानते हैं कि गालियां देने का हक उनका ही है और वे इतने हताश-निराश हो गए हैं कि गालियां देना अपशब्द बोलना उनका स्वभाव बन गया है।
जिसका पैसा पकड़ा गया, वो अब चिल्ला रहा
विरोधियों को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर पीएम मोदी ने कहा कि मीडिया से मेरा सवाल है, विपक्ष ने आपको यह कूड़ा कचरा पकड़ा दिया। वो कूड़ा कचरा लेकर आप हमारे पास पहुंच जाते हैं। मीडियावाले रिसर्च करें कि सरकार से क्या सवाल पूछने चाहिए। पीएम से क्या सवाल पूछना चाहिए। जो कूड़ा कचरा फेंक रहा है, उससे पूछो कि तुम जो कह रहे हो उसका क्या सबूत है? कानून नियम क्या है?
पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार के समय 10 साल में 34 लाख रुपये पकड़े गए थे। हमारी सरकार के 10 साल में ED ने 2,200 करोड़ रुपये पकड़े हैं। जिसका पैसा पकड़ा गया है, वो अब चिल्ला रहा है। मतलब जो चोर पकड़े जा रहे हैं, वो चिल्लाएंगे ही।
370 सिर्फ 4-5 परिवारों का एजेंडा
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र करते हुए कहा कि मैं चाहूंगा कि कश्मीर की जो स्थिति बदली है उसके संदर्भ में मैं सबसे पहले देश के न्यायतंत्र को प्रार्थना करना चाहता हूं। सरकार के काम करने की रणनीति होती है। उसके लिए कभी मुझे इंटरनेट बंद करना पड़ा, कोई NGO कोर्ट चला गया और कोर्ट में वे मुद्दा बन गया। भले मैंने कुछ समय के लिए इंटरनेट बंद किया था लेकिन आज वहां के बच्चे बहुत गर्व के साथ कहते हैं कि 5 साल से इंटरनेट बंद नहीं हुआ है। 5 साल से हमें सब सुविधाएं मिल रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर का सामान्य मानवी जब मतदान करता है, इसका मत वो भारत के संविधान को गले लगाता है, भारत की सरकार बनाने में वो गर्व के साथ भागीदारी करता है। उनको विश्वास हुआ है कि ये सरकार ऐसी है, जिसपर हम भरोसा कर सकते हैं। इसी का परिणाम है कि वहां (जम्मू-कश्मीर) मतदान के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। मेरे लिए सबसे ज्यादा संतोष की बात है कि कश्मीर के मेरे भाई-बहन उमंग और उत्साह के साथ मतदान के लिए आगे आएं हैं। उन्होंने मतदान करके दुनिया को एक संदेश दे दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि 370 सिर्फ 4-5 परिवारों का एजेंडा था, ये न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश के लोगों का। अपने फायदे के लिए उन्होंने 370 की ऐसी दीवार बनाई थी और कहते थे कि 370 हटाओगे तो आग लग जाएगी...आज ये सच हो गया है कि 370 हटने के बाद और एकता का एहसास हो रहा है। कुछ दिन तकलीफ हुई लेकिन अच्छे काम के लिए हुई थी। जो ऐसे NGO हैं जिन्होंने अदालतों के भरोसे लड़ाई शुरू की है उनसे देश को बचाना बहुत जरूरी है।