PM Narendra Modi Parliament Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देंगे। उनका यह भाषण शाम 5 बजे होगा। बजट सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया था। राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई थीं। इस बीच, भाजपा ने लोकसभा में अपने सभी सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन-लाइन व्हिप जारी किया है।
पीएम मोदी के संबोधन से पहले क्या-क्या होगा?
- सांसद पीपी चौधरी और एनके प्रेमचंद्रन 'क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक आतंकवाद का मुकाबला' विषय पर विदेश मामलों की समिति की 28वीं रिपोर्ट पेश करेंगे।
- भाजपा सांसद राजीव चंद्रशेखर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से संबंधित 'प्रशिक्षण महानिदेशालय के कामकाज' पर श्रम, कपड़ा और कौशल विकास पर स्थायी समिति की 49वीं रिपोर्ट में शामिल सिफारिशों के कार्यान्वयन की स्थिति के बारे में एक बयान देंगे।
- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2024-25 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण प्रस्तुत करेंगी।
- सांसद अशोक कुमार मित्तल और प्रकाश जावड़ेकर विभाग की अट्ठाईसवीं रिपोर्ट पटल पर रखेंगे।
- केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 में संशोधन के लिए आज राज्यसभा में संशोधन विधेयक पेश करेंगे।
विपक्ष के 3 बयान, जो चर्चा में रहे
अबकी बार 400 पार
2 फरवरी को बजट सेशन के तीसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे महिला आरक्षण के मुद्दे पर बोल रहे थे। उन्होंने पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बहुमत आपका है। पहले 330-334 थे, अब तो 400 पार हो रहा है। इस पर संसद के सभी सदस्यों की हंसी छूट गई। पीएम मोदी भी हंसने लगे। खड़गे ने भूल सुधार करने की कोशिश की। लेकिन केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल खड़े हुए और कहा कि आखिरकार आज खड़गे जी ने सच कहा है और सच के अलावा कुछ नहीं कहा है।
एक बार भी अल्पसंख्यकों का जिक्र तक नहीं
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के पूरे संबोधन में मुसलमान तो छोड़िए, अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल एक बार भी नहीं हुआ। देश की आबादी में 14% हिस्सेदारी रखने वाले मुसलमानों को मोदी सरकार के तहत अपनी पहचान का खतरा नजर आ रहा है। इस सरकार में एक व्यक्ति, एक मजहब, एक विचारधारा और एक भाषा को मजबूत करने का काम किया गया।
सीएए में श्रीलंकाई अल्पसंख्यक कहां हैं?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में नागरिकता संशोधित कानून (CAA) का जिक्र किया। सांसद टीआर बालू ने कहा कि इस कानून के तहत तीन पड़ोसी देशों के मुस्लिमों को छोड़कर अन्य सभी धर्मों के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है। लेकिन श्रीलंकाई तमिल अल्पसंख्यकों को भी इसका लाभ नहीं दिया जा रहा।