PM Modi's Brunei Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय दक्षिण एशियाई देश ब्रुनेई और सिंगापुर के ऐतिहासिक दौरे पर हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का ब्रुनेई का पहला द्विपक्षीय दौरा है, जो भारत और ब्रुनेई के बीच 40 साल के राजनयिक संबंधों की वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है। आज बुधवार को दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगावान में सुल्तान हसनल बोल्किया से मुलाकात की। इसस पहले सुल्तान के भव्य महल इस्ताना नुरुल इमान पैलेस में पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। बता दें कि इस्ताना नुरुल इमान पैलेस को दुनिया का सबसे बड़ा महल माना जाता है, जिसमें 1788 कमरे और 257 बाथरूम हैं।
रक्षा, व्यापार और ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और सुल्तान बोल्किया के बीच रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने X पोस्ट में लिखा- ''महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत व्यापक थी और इसमें दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीके शामिल थे। हम व्यापार संबंधों, वाणिज्यिक संपर्क और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान का और विस्तार करने जा रहे हैं।''
'ब्रुनेई का अहम साझेदार होना हमारे लिए उज्जवल भविष्य की गारंटी'
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि इस यात्रा से हमारे रिश्तों को नए आयाम मिलेंगे। आपको 41वें आजादी दिवस की बधाई देता हूं। 2018 में भारत के गणतंत्र दिवस में मुख्य अथिति के तौर पर आपके शामिल होने को आज भी भारतीय बड़े गर्व के साथ याद करते हैं। भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो पैसिफिक रीजन में ब्रुनेई का अहम साझेदार होना हमारे लिए उज्जवल भविष्य की गारंटी है। इस यात्रा के हमारे संबंधों को रणनीतिक दिशा मिलेगी। द्विपक्षीय वार्ता के बाद सुल्तान बोल्किया ने राजमहल में पीएम मोदी को भोज दिया। पीएम मोदी आज सिंगापुर के लिए उड़ान भरेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का किया दौरा
- ब्रुनेई दौरे के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया, जो क्षेत्र की सबसे प्रतिष्ठित इमारतों में से एक है। मस्जिद का नाम ब्रुनेई के 28वें सुल्तान उमर अली सैफुद्दीन के नाम पर रखा गया है, जो कि मौजूदा सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के पिता हैं और उन्हें आधुनिक ब्रुनेई का शिल्पकार माना जाता है।
- पीएम मोदी ने ब्रुनेई में भारतीय उच्चायोग की नई चांसरी का उद्घाटन भी किया और स्थानीय अधिकारियों, बुद्धिजीवियों और बड़ी संख्या में एकत्र हुए भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। बता दें कि पीएम मोदी और ब्रुनेई सुल्तान की आखिरी मुलाकात 2017 में मनीला में आयोजित पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी।
चांसरी कॉम्प्लेक्स भारतीयता की गहरी भावना का प्रतीक: PMO
पीएम मोदी मंगलवार दोपहर बंदर सेरी बेगावान एयरपोर्ट पर पहुंचे, जब उन्होंने ब्रुनेई दारुस्सलाम की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू की। इंडियन हाईकमीशन की नई चांसरी में भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत किया गया। नई चांसरी बंदर सेरी बेगवान में जालान डूटा डिप्लोमैटिक एन्क्लेव स्थित अमेरिकी एंबेसी के पास बनी है। पीएमओ ने एक बयान में कहा कि चांसरी कॉम्प्लेक्स भारतीयता की गहरी भावना का प्रतीक है। इस अवसर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल भी मौजूद रहे।