PM Modi Speech: वाराणसी से तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को काशी पहुंचे। उन्होंने देशभर के किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। इसके बाद काशी की जनता का तहे दिल से धन्यवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद पहली बार मैं काशी आया हूं। बाबा विश्वनाथ, मां गंगा और काशी की जनता के आशीर्वाद से मुझे तीसरी बार देश का प्रधानसेवक बनने का मौका मिला है। काशी की जनता ने मुझे जिताकर धन्य कर दिया। ऐसा लगता है कि अब तो माता गंगा ने भी मुझे गोद ले लिया और मैं यहीं का हो गया हूं। मैं आपका आभारी हूं।
पढ़िए, काशी में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के प्रमुख अंश...
- इस चुनाव में देश के 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने मतदान किया। ये पूरी दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव है। अभी मैं G7 की बैठक में हिस्सा लेने इटली गया था। G7 के सारे देशों के मतदाताओं की संख्या मिला लें, तो भी भारत के मतदाताओं की संख्या उनसे डेढ़ गुना ज्यादा है। यूरोपीय देशों से भी भारत में ढाई गुना ज्यादा वोटर हैं। भारत में महिला वोटर्स की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है, जो करीब करीब अमेरिका की आबादी के बराबर है।
- काशी के लोगों का आभारी हूं। आपने सिर्फ एमपी नहीं, तीसरी बार PM चुना है। इस चुनाव ने एक नया इतिहास रचा है। दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई चुनी हुई सरकार लगातार तीसरी बार लौटकर आए। ऐसा भारत में 60 साल पहले हुआ था। आपने हैट्रिक लगाने का मौका अपने सेवक मोदी को दिया। जनता के अथाह सपने हैं, वहां अगर लोग 10 साल की सेवा के बाद भी किसी सरकार को फिर मौका देते हैं तो ये बहुत बड़ा विश्वास है। यह मेरी बहुत बड़ी पूंजी है, यहीं विश्वास मुझे देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देता है। मैं लगातार कड़ी मेहनत करूंगा। आपके सपनों और हमारे संकल्पों को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश करूंगा।
- सरकार ने देश के गरीब और किसानों के हक में सबसे पहला फैसला लिया है। ये करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। यह कार्यक्रम विकसित भारत के मार्ग को सशक्त करने वाला है। हमने महिलाओं और युवाओं को भी योजनाओं के केंद्र में रखा है। मैं आज सभी किसान भाइयों का अभिवादन करता हूं। आज उनके खातों में 20 हजार करोड़ रुपए उनके बैंक खातों में पहुंचे हैं। कृषि सखी बनकर महिलाएं रोजगार से जुड़ेंगी। अब तक किसानों के खातों में सवा तीन लाख करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। इस योजना में टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग हुआ है।
- हमें ग्लोबल मार्केट के बारे में सोचना है। दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनना है। गाजीपुर और बनारस की फसलें दुनिया के बाजार में पहुंच रही हैं। एक्सपोर्ट बढ़ा है और हमें दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या प्रोडक्ट पहुंचाना है। मोटे अजान को देश-दुनिया में पहुंचाना है। पीएम किसान केंद्रों के जरिए सपोर्ट सिस्टम तैयार किया जा रहा है। माता-बहनों की भूमिका के बिना खेती को आगे बढ़ाना असंभव है। नमो ड्रोन दीदी के जैसे कृषि सखी भी ऐसा ही एक प्रयास है, जो खेती को नई ताकत देंगी। आज 12 राज्यों की 30 हजार कृषि सखियों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं। आगे यह अभियान 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने में मदद करेगा।
- बनारस के 14 हजार से ज्यादा पशुपालक या परिवार बनास डेरी के साथ जुड़ चुके हैं। यह डेरी आने के बाद बनारस के दुग्ध उत्पादकों की आय बढ़ी है। बनारस में मछली पालकों की आय बढ़ाने के लिए भी सरकार काम कर रही है। पीएम मतस्य संपदा योजना का उन्हें लाभ मिल रहा है। मुझे खुशी है कि पीएम सूर्य घर योजना को भी बनारस में सफलता मिल रही है। यहां के 3 हजार से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लगाने का काम जारी है। जिन घरों में सोलर सिस्टम लगे हैं, उनके बिलजी बिल आधे हो गए और दो तीन हजार रुपए बिजली बेचकर कमाई भी हो गई।