PM Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) दौरे के दूसरे दिन बुधवार को अबु धाबी शहर में पहले हिंदू मंदिर मंदिर का उद्घाटन किया। भगवान की आरती उतारी। उन्होंने कहा कि आज अबु धाबी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यह मंदिर दुनिया में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बनेगा। मेरे ब्रदर राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद का इस मंदिर को तैयार करने में सबसे बड़ा सहयोग रहा है। उन्होंने सालों से हिंदुस्तानियों की इच्छा को पूरा किया। उन्होंने भारतीयों के दिलों को जीत लिया। मैं मां भारती का पुजारी हूं। मेरे शरीर का कण-कण सिर्फ मां भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं।
अबु धाबी मंदिर दुनिया में सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बनेगा
मोदी ने कहा- ''आज अबु धाबी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। इसमें भगवान स्वामीनारायण का आशीर्वाद जुड़ा है। पूज्य प्रमुख स्वामी जहां भी होंगे, एक आनंद का अनुभव कर रहे होंगे। मेरा उनके साथ पुत्र का नाता रहा। मुझे उनका सानिध्य और आशीर्वाद मिलता रहा है। मैं जब सीएम था और जब पीएम बना तब भी मुझे कोई चीज समझ नहीं आती थी तो मेरा मार्गदर्शन करते थे। जब दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर बन रहा था, तब उन्होंने कि अपने गुरु की इच्छा को यमुना तट पर मंदिर बनाकर पूरा किया। आज बसंत पंचमी है। मां सरस्वती का दिन है। सरस्वती यानी बुद्धि की देवी और मंदिर ने सामंजस्य और सौहार्द का संदेश दिया है। यह मंदिर बसंत का स्वागत करेगा और पूरी दुनिया में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बनेगा।''
शेख मोहम्मद चाहते थे मंदिर पूरे गौरव के साथ बने
''इस मंदिर के निर्माण में यूएई की सरकार की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है। इस मंदिर को तैयार करने में सबसे बड़ा सहयोग मेरे ब्रदर शेख मोहम्मद बिन जायद का है। मुझे पता है कि उन्होंने कई सालों से हिंदुस्तानियों की इच्छा को पूरा किया है। उन्होंने आज 140 करोड़ भारतीयों के दिलों को जीत लिया है। मैं चाहता हूं कि शेख मोहम्मद बिन जायद की विशेषताओं को केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया जानें। जब मैंने उनसे मंदिर के लिए इच्छा जाहिर की तो उन्होंने पलक झपकते ही जमीन दान करा दी। जब मैंने उन्हें 2018 में मंदिर का मॉडल दिखाए तो उनकी सोच साफ थी कि अबु धाबी में जो मंदिर बने वह पूरे वैभव और गौरव के साथ बने। वे चाहते थे कि मंदिर बने ही नहीं, मंदिर जैसा दिखे भी। इस मंदिर की भव्यता में शेख मोहम्मद की विशाल सोच भी समाहित है। यूएई पहले बुर्ज खलीफा के लिए जाना जाता था, लेकिन अब इसमें एक नया अध्याय जुड़ गया है। उम्मीद है कि यहां दुनियाभर से श्रद्धालु आएंगे।''
UAE के राष्ट्रपति को स्टैंडिंग ऑवेशन दिलाया
''आप सभी से निवेदन करता हूं कि हम सभी यूएई के राष्ट्रपति को स्टैंडिंग ऑवेशन दें। यहां के लोगों का भी दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। भारत और यूएई की दोस्ती को नई ऊंचाई पर देखा जाता है। भारत के लिए इन रिश्तों की जड़ें हजारों साल पुरानी है। अरब जगत व्यापार में अहम भूमिका निभाता रहा है। गुजरात के लिए तो अरब जगत व्यापारिक रिश्तों का केंद्र होता है। इस मंदिर ने हमारे प्राचीन रिश्तों में नई ऊर्जा भर दी है। ये केवल एक उपासन स्थल नहीं है, ये मानवता का हेरिटेज है। इसमें भारत-यूएई के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब भी है। कठोर नियमों का पालन करते हुए कैसे भक्ति से जुड़ सकते हैं। स्वामीनारायण संप्रदाय इसका प्रतीक है। मैं भगवान स्वामीनारायण के चरणों में प्रणाम करता हूं।''
राम मंदिर का जिक्र कर बोले- मैं मां भारती का पुरानी हूं
''ये भारत के अमृतकाल का समय है। ये हमारी आस्था का भी अमृतकाल है। पिछले महीने ही अयोध्या में राम मंदिर का शुभारंभ हुआ है। सदियों की इच्छा पूरी हुई। रामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए हैं। पूरा भारत भक्ति भाव में डूबा है। पूज्य स्वामी जी कह रहे थे, मोदीजी तो एक पूजारी की योग्यता रखते हैं। मैं नहीं जानता, लेकिन मैं भारत मां का पुजारी हूं। परमात्मा ने मुझे जो शरीर दिया है, उसका कण कण सिर्फ मां भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं। अयोध्या में मिली उस खुशी को अबु धाबी का लहर ने और बढ़ा दिया है। वेदों में लिखा है कि हम एक मन से सबका स्वागत करते हैं। हमें विविधता ही एकता लगती है। मानवता में हमारा अटूट विश्वास है। इस मंदिर में आपको पग पग पर धार्मिक विविधता दिखेगी। मंदिर में बाइबिल और कुरान की कहानियां भी उकेरी गई हैं।''
'दुनिया को स्वच्छ, पारदर्शी और टेक-सेवी सरकार चाहिए'
प्रधानमंत्री मोदी वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट (World Gov Summit) में शामिल हुए। यहां शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरकारों के कामकाज और जनता के विश्वास के महत्व पर प्रकाश डाला और वैश्विक परिदृश्य में सरकारों के सामने चुनौतियों को लेकर अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया को स्वच्छ, पारदर्शी और टेक-सेवी सरकार की जरूरत है। प्रधानमंत्री अपना यूएई दौरा खत्म करने के बाद आज कतर के लिए रवाना होंगे। यहां दोहा में वे कतर के अमीर से मुलाकात करेंगे।
मंदिर में भगवान श्रीराम, जगन्नाथ, राधा-कृष्ण की मूर्ति
स्वामीनारायण संप्रदाय BAPS मंदिर पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर 27 एकड़ में नागर शैली में बनकर तैयार हुआ है। इसकी ऊंचाई 108 फीट है और निर्माण पर 700 करोड़ रु. खर्च हुए। BAPS मंदिर में भगवान श्रीराम-सीता और लक्ष्मण, शिव-पार्वती और गणेश, भगवान जगन्नाथ, राधा-कृष्ण समेत अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति लगी हैं। मंदिर से 7 अलग-अलग शिखरों के नीचे इनकी स्थापना की गई। बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासियों की संख्या 35 लाख से ऊपर है, जो यूएई के कुल प्रवासियों में सबसे अधिक है। (अबु धाबी में हिन्दू मंदिर के देखें वीडियो देखने के लिए क्लिक करें)
मंदिर निर्माण से जुड़े स्वामी ने जताया सरकार का आभार
मोदी ने भारतीय प्रवासियों को सुनाया मंदिर से जुड़ा किस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात अबु धाबी के जायद स्टेडियम में अहलान मोदी इवेंट में शामिल हुए। यहां पर भारतीय समुदाय के 65 हजार लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने भारतीयों को अबु धाबी मंदिर से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि यूएई के राष्ट्रपति मेरे ब्रदर शेख मोहम्मद बिन जायद से मिला तो मैंने मंदिर के लिए जमीन को लेकर बात की। तब उन्होंने कहा था कि जहां से लकीर खींच दो, वह जमीन आपको मंदिर निर्माण के लिए दे देंगे। शेख जायद भारतीय समुदाय के बहुत अच्छे मित्र हैं।