PM Modi Ukraine Visit: यूक्रेन संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (23 अगस्त) को यूक्रेन दौरे पर पहुंचे। पीएम मोदी ट्रेन के जरिए 10 घंटे का सफर कर यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने स्टेशन पर पीएम मोदी को रिसीव किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन में मारिंस्की पैलेस में जोरदार स्वागत किया गया।इसके बाद पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। यह बैठक लगभग तीन घंटे तक चली। दोनों नेताओं ने मानवतावादी सहायता, कृषि, चिकित्सा और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने पर समझौता किया। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब रूस और यूक्रेन के बीच लगभग ढाई साल से युद्ध चल रहा है।

यूक्रेन में पीएम मोदी का शांति का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत ने कभी युद्ध के मामले में तटस्थ रुख नहीं अपनाया।  भारत हमेशा शांति के पक्ष में खड़ा रहा है। मोदी ने कहा, "हम बुद्ध की धरती से आते हैं, जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है।" पीएम ने कहा कि भारत की 140 करोड़ जनता मानवता से भरी है और उन्होंने यूक्रेन की धरती पर शांति का संदेश लाने की बात कही।

युद्ध में बच्चों की मौत पर पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान मारे गए बच्चों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "किसी भी युद्ध में बच्चों की मौत को स्वीकार नहीं किया जा सकता।" पीएम मोदी ने यूक्रेन नेशनल म्यूजियम में उन बच्चों की स्मृति में एक गुड़िया भी रखी। उन्होंने इस घटना को सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य बताया और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विश्व समुदाय को एकजुट होना चाहिए।

मानवता के लिए भारत का समर्थन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युद्ध के शुरुआत में भारत ने यूक्रेन से अपने छात्रों को निकालने में मदद की थी।उन्होंने कहा कि भारत हर स्थिति में मानवतावादी सहायता के लिए हमेशा तैयार रहेगा और इस संबंध में दो कदम आगे बढ़ेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि इस दौरान मोदी और जेलेंस्की ने रूस से तेल खरीदने के भारत के निर्णय पर भी चर्चा की। जयशंकर ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय केवल बाजार स्थितियों के आधार पर लिया गया था।

व्यापार और आर्थिक संबंधों को पुनर्जीवित करने पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने व्यापार और आर्थिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए एक अंतर-सरकारी कार्य बल की स्थापना पर सहमति जताई। इस टीम में भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्री शामिल होंगे, और जयशंकर इसके अध्यक्ष होंगे। इस वर्ष के अंत तक इस टीम की बैठक होने की उम्मीद है। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करना है।

यूक्रेन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन की यात्रा के दौरान कहा कि भारत यूक्रेन के साथ मानवतावादी सहायता, कृषि, चिकित्सा, और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी ने युद्ध से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भारत हमेशा शांति और सहयोग के पक्ष में रहेगा। यह यात्रा भारत और यूक्रेन के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन यात्रा काफी अहम मानी जा रही है। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ वार्ता करेंगे। इसमें यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर भी चर्चा होनी है। इसबीच, रूस ने ऐलान किया है कि वह मोदी के दौरे के चलते यूक्रेन पर कोई नया हमला नहीं करेगा।

UPDATES:

  • प्रधानमंत्री मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कीव में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी में बच्चों की स्मृति को याद किया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कीव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और श्रद्धांजलि दी।

  • राजधानी कीव में भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान लोग काफी उत्साहित नजर आए और उन्होंने भारत माता की जय और जय श्रीराम के नारे लगाए। 

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कीव रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों ने स्वागत किया। यहां से उनका काफिला एक होटल के लिए रवाना हुआ। मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की।

पोलैंड ने कहा- मोदी का यूक्रेन दौरा "ऐतिहासिक"
पीएम मोदी के बहुप्रतीक्षित यूक्रेन दौरे से एक दिन पहले पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को सुलझाने में भारत अहम और रचनात्मक भूमिका निभा सकता है। उन्होंने पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे को "ऐतिहासिक" भी कहा। पीएम मोदी ने यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्षों पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत शांति और स्थिरता की बहाली के लिए संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है।

वारसॉ में पीएम मोदी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पोलैंड के पीएम टस्क ने कहा, "हमने बहुत ही भावनात्मक मुद्दों पर बातचीत शुरू की। पीएम मोदी ने पुष्टि की है कि वह युद्ध के शांतिपूर्ण, न्यायपूर्ण और शीघ्र समाधान के लिए तैयार हैं। हमें विश्वास है कि भारत एक महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभा सकता है। यह घोषणा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पीएम, आप 10 घंटों में यूक्रेन का दौरा करेंगे। हमें विश्वास है कि आपका यूक्रेन दौरा ऐतिहासिक होगा।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- युद्ध से समस्या हल नहीं होगा

  • पीएम मोदी ने कहा कि भारत दृढ़ता से मानता है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहाली के लिए हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है। यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है। भारत दृढ़ता से मानता है कि किसी भी समस्या का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता।"
  • उन्होंने आगे कहा, "किसी भी संकट में निर्दोष लोगों की जान का नुकसान पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। हम शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए संवाद और कूटनीति का समर्थन करते हैं।"

पहली बार किसी भारतीय पीएम का पोलैंड-यूक्रेन दौरा
पीएम मोदी बुधवार को पोलैंड के साथ 70 वर्षों की रणनीतिक साझेदारी के उपलक्ष्य में वारसॉ पहुंचे। करीब आधी सदी में यह पोलैंड की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। अपने दो-राष्ट्र दौरे के दूसरे चरण में, पीएम मोदी शुक्रवार को करीब 7 घंटे के लिए कीव में रहेंगे। वह ट्रेन से यूक्रेन की राजधानी के लिए रवाना होंगे और यात्रा में लगभग 10 घंटे लगेंगे। 1991 में सोवियत संघ से आजादी मिलने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है।