बसंत पंचमी पर पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं: सोशल मीडिया पर पाेस्ट किया संदेश, देश भर में सरस्वती पूजा की धूम

PM Modi on inauguration of Sri Sri Radha Madanmohanji Temple in Navi Mumbai
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PM Modi wishes Basant panchami: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (2 फरवरी )को देशवासियों को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट कर शुभकामनाएं दी।

PM Modi wishes Basant panchami: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (2 फरवरी) को देशवासियों को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करते हुए सभी नागरिकों के सुखद और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। बसंत पंचमी को वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है और यह दिन देवी सरस्वती की उपासना के लिए विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर देशभर में विद्यालयों, मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

बसंत पंचमी माना जाता है मां सरस्वती की आराधना का दिन
बसंत पंचमी को देवी सरस्वती की आराधना का दिन माना जाता है। इसे शिक्षा, संगीत और कला के क्षेत्र में प्रगति की शुरुआत के रूप में देखा जाता है। इस दिन विद्यालयों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं, जहां छात्र और शिक्षक मां सरस्वती से ज्ञान, बुद्धि और सफलता की कामना करते हैं। पीले वस्त्र पहनने की परंपरा भी इस दिन विशेष रूप से देखी जाती है, क्योंकि यह रंग समृद्धि, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी अहम है बसंत पंचमी
भारत में बसंत पंचमी केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। यह दिन विशेष रूप से विद्यार्थियों, कलाकारों और संगीत प्रेमियों के लिए खास होता है। इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। देशभर में कई स्थानों पर बड़े आयोजन किए जाते हैं, जहां भजन, कीर्तन और सरस्वती वंदना का आयोजन होता है। इस अवसर पर बच्चों को पढ़ाई की शुरुआत कराने की परंपरा भी देखी जाती है, जिसे 'अक्षरारंभ' कहा जाता है।

बसंत पंचमी के साथ वसंत ऋतु का स्वागत
बसंत पंचमी का सीधा संबंध वसंत ऋतु के आगमन से है। यह दिन न केवल देवी सरस्वती की पूजा का अवसर होता है, बल्कि मौसम के बदलाव को भी दर्शाता है। खेतों में सरसों के फूल खिलने लगते हैं, जिससे धरती पीले रंग की चादर ओढ़ लेती है। बसंत ऋतु को नई ऊर्जा और उल्लास का समय माना जाता है। कई स्थानों पर इस दिन पतंगबाजी का आयोजन भी किया जाता है, जो लोगों के बीच हर्षोल्लास का संचार करता है।

देशभर में धूमधाम से मनाया गया पर्व
देशभर में बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कई राज्यों में विशेष आयोजन हुए, जहां लोगों ने मां सरस्वती की आराधना की और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। मंदिरों और विद्यालयों में भव्य कार्यक्रम हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाओं से इस पर्व का उत्साह और बढ़ गया। उनके संदेश में ज्ञान, विद्या और सकारात्मकता की कामना की गई। देशवासियों ने इस पर्व को नई उमंग और आस्था के साथ मनाया।

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