Acharya Pramod Krishnam On Mamta Banerjee: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद के तेवर इन दिनों काफी बदले-बदले नजर आ रहे हैं। बुधवार को उन्होंने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी को नौटंकी करार दिया तो सभी राजनीतिक दलों को ड्रामा थिएटर की संज्ञा दे डाली। आचार्य यहीं नहीं थमे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य की जोड़ी को विक्रम-बेताल जैसी बताई।
उधर, मणिपुर सरकार की तरफ से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को परमीशन न दिए जाने को लेकर आचार्य ने कहा कि राहुल गांधी को इस देश में यात्रा निकालने के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं है। वह शांति के ध्वजवाहक हैं और भारत जोड़ो यात्रा के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालना चाहते हैं। वह महान तपस्वी हैं।
भाजपा अयोध्या में कर रही नौटंकी
दरअसल, बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कल मुझसे राम मंदिर के बारे में पूछा गया। मैं एक ऐसे त्योहार में विश्वास करती हूं जो सबको साथ लेकर चलता है, सबकी बात करता है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि तुम्हें जो करना है करो। तुम नौटंकी कर रहे हो। मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की उपेक्षा करना ठीक नहीं है। जब तक मैं जीवित हूं, मैं हिंदू और मुसलमानों के बीच कभी भेदभाव नहीं होने दूंगी।
सभी राजनीतिक दल ड्रामा थिएटर बन गए
ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मुझे लगता है कि सबसे बड़ी 'नौटंकी' टीएमसी है। अधीर रंजन चौधरी कहते हैं कि ममता दीदी और बीजेपी मिली हुई हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि सभी राजनीतिक दल ड्रामा थिएटर बन गए हैं। अरे भाई नौटंकी भी करो, तो असली तो करो।
स्वामी प्रसाद से डरते हैं अखिलेश यादव
सनातन धर्म और राम मंदिर पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि समाजवादी पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य की कहानी विक्रम-बेताल जैसी है। स्वामी प्रसाद मौर्य एक भूत की तरह अखिलेश यादव के ऊपर चढ़ के बैठ गए हैं। सच तो यह है कि अखिलेश यादव स्वामी प्रसाद मौर्य से डरते हैं। वह जानते हैं कि मौर्य भाजपाई हैं और उनके बयानों से उनकी पार्टी (सपा) को हर दिन नुकसान हो रहा है और उसे खत्म किया जा रहा है। वह जानते हैं कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य इसी तरह बोलते रहे तो उत्तर प्रदेश में भाजपा को कोई सत्ता में आने से नहीं रोक सकता। फिर भी, मैं उनकी मजबूरी को नहीं समझता हूं। यह समाजवादी पार्टी के लिए घातक साबित होगा। अगर वास्तव में बीजेपी को चुनौती देनी है, अगर नरेंद्र मोदी को चुनौती देनी है 2024 के चुनाव में उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व में आना होगा।