Pooja Khedkar Mother: ट्रेनिंग कर रही IAS पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेड़कर को लेकर महाराष्ट्र  पुलिस ने बड़ा दावा किया है। पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि FIR में धारा 307 (आईपीसी) जोड़ना पूरी तरह से सही है। पुलिस का कहना है कि मनोरमा ने शिकायत दर्ज कराने वाले किसान के सिर पर बंदूक तान दी थी और ट्रिगर दबाने ही वाली थी, तभी वह शख्स डर के मारे नीचे बैठ गया, जिससे उसकी जान बच गई। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने मनोरमा को काबू में कर लिया।

पुलिस ने मांगी पांच दिन की कस्टडी
पुलिस ने मनोरमा की पांच दिन की कस्टडी की मांग की है। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में आरोपी मनोरमा, उसके पति दिलीप और तीन दूसरे लोग हैं। सभी आरोपी प्रभावशाली और राजनीतिक रूप से काफी एक्टिव  हैं। कोर्ट ने मनोरमा को 20 जुलाई तक पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दे दिया है।

दिलीप खेड़कर ने दायर की अग्रिम जमानत याचिका
ट्रेनिंग कर रही IAS पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) की मां मणोरमा (Manorama) के खिलाफ हत्या की कोशिश (Attempted murder) का आरोप है। पुलिस ने FIR में धारा 307 (section 307) जोड़ने को सही बताया है। पुलिस ने कोर्ट से मनोरमा की पांच दिन की पुलिस कस्टडी (police custody) की मांग की है।  दिलीप खेड़कर (Dilip Khedkar) की तलाश में पुलिस जुटी हुई। गिरफ्तारी से बचने के लिए दिलीप खेड़कर ने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। 

कैसे हुई मनोरमा की गिरफ्तारी
गुरुवार को पुणे ग्रामीण पुलिस ने मनोरमा को एक लॉज से गिरफ्तार किया। वह रायगढ़ जिले के महाड में अपने ड्राइवर के साथ छिपी हुई थीं। वहां से उसे पौड पुलिस स्टेशन लाया गया। 65 वर्षीय किसान पंढरीनाथ पासलकर ने मनोरमा, उनके पति दिलीप खेडकर और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने धारा 307 (हत्या की कोशिश) भी जोड़ दी।

वायरल हुआ था मनोरमा का वीडियो
मनोरमा का पिस्तौल लहराते हुए एक वीडियो वायरल हुआ । इसके बाद पुलिस ने मनोरमा और दिलीप की खोज तेज कर दी। इस वीडियो में मनोरमा कुछ लोगों को पिस्तौल दिखाकर धमकाती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि वीडियो 2023 का है। उस समय  मनोरमा ने पुणे के मुलशी तहसील के धड़वाली गांव में जमीन विवाद में बंदूक निकाल ली थी।

जांच में सहयोग नहीं कर रही मनोरमा
पुलिस का आरोप है कि मनोरम जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं। वह जांचकर्ताओं को दिलीप खेडकरऔर अन्य आरोपियों के छिपने के स्थान के बारे में जानकारी नहीं दे रही हैं। इसके अलावा, वह अपराध में इस्तेमाल में लाई गई पिस्तौल और कार के बारे में भी कुछ नहीं बता रही है। ऐसे में उसे रिमांड पर लेना बेहद जरूरी है।