Prajwal Revanna Case: कर्नाटक पुलिस की विशेष टीम एसआईटी ने हाई कोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि प्रज्वल रेवन्ना की मां, भवानी, यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के अपहरण की मास्टरमाइंड है। प्रज्वल की मां भवानी को पुलिस ने 7 जून को अरेस्ट कर लिया था। एसआईटी ने कोर्ट को बताया कि भवानी ने सात पीड़िताओं का अपहरण किया ताकि वे प्रज्वल के खिलाफ शिकायत दर्ज न कर सकें। एसआईटी ने भवानी को पीड़िताओं के अपहरण का मुख्य आरोपी बताया है। भवानी की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान यह खुलासा हुआ।
अग्रिम जमानत याचिका
14 जून को भवानी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान एसआईटी ने हाई कोर्ट में कहा कि भवानी यौन उत्पीड़न की पीड़िता के अपहरण की मास्टरमाइंड थी। हाई कोर्ट ने फिलहाल इस याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है, लेकिन 7 जून को गिरफ्तारी के खिलाफ अंतरिम सुरक्षा को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। भवानी को एसआईटी के समक्ष उपस्थित होकर जांच में सहयोग करने का आदेश भी दिया गया है।
विशेष सत्र अदालत का निर्णय
31 मई को विशेष सत्र अदालत ने भवानी की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। अदालत ने पाया कि भवानी ने पीड़िताओं को अपने बेटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से रोकने के लिए अपहरण की साजिश रची थी। विशेष लोक अभियोजक रवि वर्मा कुमार ने अदालत को बताया कि जांच से पता चला है कि भवानी ही मुख्य आरोपी है।
प्रज्वल रेवन्ना की 31 मई को हुई थी गिरफ्तारी
प्रज्वल रेवन्ना को 31 मई की देर रात बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करते ही SIT ने गिरफ्तार कर लिया था। वह 35 दिन बाद जर्मनी से भारत लौटे थे। प्रज्वल को सीआईडी दफ्तर ले जाया गया है, जहां उसे रात भर रखा गया। इसके बाद प्रज्वल को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। जहां SIT ने उकी रिमांड की मांग की। कोर्ट ने प्रज्वल को कस्डटी में भेज दिया।
देश छोड़कर भाग गए थे प्रज्वल रेवन्ना
बता दें कि यौन उत्पीड़न मामले में कर्नाटक सरकार की ओर से एसआईटी का गठन किए जाने के बाद से ही प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गए थे। 26 अप्रैल को कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। इसके एक दिन बाद ही यानि की 27 अप्रैल को यह खबर आई कि प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी फरार हो चुके हैं। कांग्रेस ने इसके बाद बीजेपी पर देश से भागने में प्रज्वल की मदद करने का आरोप लगााया था। इसके बाद रेवन्ना के दादा और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा और चाचा एचडी कुमारस्वामी ने प्रज्वल को देश वापस लौट आने की अपील की थी।