Prajwal Revanna Leaked Video: कर्नाटक के JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना इन दिनाें अपने अश्लील वीडियो सार्वजनिक होने के बाद चर्चा में हैं। प्रज्वल के करीब 3000 आपत्तिजनक वीडियो सामने आ चुके हैं। ऐसा दावा है कि यह सारे वीडियो क्लिप्स प्रज्वल रेवन्ना के मोबाइल में थे। तो सवाल यह उठता है कि आखिर ये सभी वीडियो लीक कैसे हुए। हालांकि, इस पर्दाफाश में कई लोगों की अहम भूमिका है, लेकिन दो सबसे अहम किरदार प्रज्वल रेवन्ना का ड्राइवर और उनकी नौकरानी है। इन दोनों किरदारों ने ही देश के सबसे बड़े यौन उत्पीड़न स्कैंडल की ऐसी परतें उधेड़ी की लोकसभा चुनाव के बीच देश में सियासी भूचाल आ गया। आइए, जानते हैं इस स्कैंडल की पूरी कहानी।
ड्राइवर कार्तिक गौड़ा के हाथ सबसे पहले लगे क्लिप्स
इस पूरे प्रकरण के सामने आने में सबसे अहम भूमिका कार्तिक गौड़ा की है। कार्तिक गौड़ा करीब सात साल तक प्रज्वल रेवन्ना की गाड़ी चलाई। एक समय में कार्तिक प्रज्वल रेवन्ना का सबसे भराेसमंद शख्स माना जाता था। साल 2023 की शुरुआत में कार्तिक गौड़ा के हाथ प्रज्वल रेवन्ना के सभी अश्लील क्लिप्स आ गए। इसके बाद से ही प्रज्वल रेवन्ना और कार्तिक गौड़ा के बीच मतभेद शुरू हो गया।आखिरकार मार्च 2023 में कार्तिक गौड़ा ने प्रज्वल की नौकरी छोड़ दी। बताया जाता है कि एक जमीन की सौदेबाजी को लेकर कार्तिक और प्रज्वल के बीच विवाद बढ़ गया था।
प्रज्वल रेवन्ना को ब्लैकमेल कर रहा था सबसे खास राजदार?
कई जगह ऐसी भी बात कही जा रही है कि कार्तिक ने इन आपत्तिजनक वीडियो को सार्वजनिक नहीं करने के बदले प्रज्वल रेवन्ना को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। कार्तिक गौड़ा प्रज्वल पर एक जमीन अपने नाम करने की जिद कर रहा था। जबकि प्रज्वल इसके लिए तैयार नहीं थे। बात इतनी बढ़ गई कि कार्तिक इन वीडियो को लेकर प्रज्वल के विरोधियों के पास पहुंच गया। यहां से मामला बिगड़ना शुरू हो गया। प्रज्वल ने पूरी ताकत लगाई थी कि उनके यह निजी वीडियो कहीं सार्वजनिक नहीं हो, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके। आखिरकार मामला इतना बढ़ गया कि एक कैंडिडेटे होने और लोकसभा चुनाव सिर पर होने के बावजूद प्रज्वल को भारत छोड़कर विदेश भागना पड़ा।
#WATCH | Varanasi, UP: On JD(S) leader Prajwal Revanna's 'obscene video' case, NCW Chief Rekha Sharma says, "National Commission for Women had already taken note of this, after which the SIT was formed. We have asked the DGP about the status today. Firstly, why did the govt let… pic.twitter.com/5N8Ot5WMF1
— ANI (@ANI) April 30, 2024
पूर्व पीएम के पोते ने किसी को महिला को नहीं बख्शा?
प्रज्वला रेवन्ना पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। साथ ही हासन से सांसद भी हैं। ऐसे में प्रज्वल का राजनीतिक रसूख इतना ज्यादा था कि जिन महिलाओं के साथ यौन शोषण किया गया, वह खुलकर सामने आने से डरती रहीं। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि प्रज्वल ने अपने आसपास आने वाली किसी महिला को नहीं बख्शा। इन वीडियो में घर में काम करने वाली नौकरानी, महिला रिश्तेदार से लेकर, सरकारी कर्मचारी सभी महिलाएं शामिल हैं। ऐसा भी दावा किया जा रहा है जिन अश्लील वीडियो को दिखाकर प्रज्वल महिलाओं को ब्लैकमेल करता था, उन्हीं वीडियो को दिखाकर कार्तिक ने प्रज्वल को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था।
प्रज्वल ने खुद अपने मोबाइल में कैप्चर किए थे अश्लील वीडियो
प्रज्वल के मोबाइल से एक,दो, दस या सौ नहीं बल्कि पूरे 2976 वीडियो लीक हुए हैं। इन वीडियो के क्लिप बड़े पैमाने पर व्हाट्स एप्प और दूसरे सोशल मीडिया पर लीक हो चुके हैं। हालांकि, प्रज्वल रेवन्ना खुद और जेडीएस के दूसरे नेता इन वीडियो को माॅर्फ्ड बता रहे हैं, लेकिन ऐसा दावा किया जा रहा है कि खुद प्रज्वल रेवन्ना ने ही सारे वीडियो बनाए थे। यह सारे वीडियो प्रज्वल के मोबाइल में थे। कार्तिक को किसी तरह प्रज्वल रेवन्ना के मोबाइल का पासवर्ड पता चला गया और उसने सारे वीडियाे एक पेन ड्राइव में ले लिए। यहीं से इस स्कैंडल ने नया आकार लेना शुरू कर दिया।
प्रज्वल रेवन्ना ने कार्तिक के खिलाफ किया था केस
प्रज्वल को जब एहसास हुआ कि कार्तिक उसकी सारी पोल पट्टी खोलने वाला है तो उन्होंने 1 जून को बेंगलुरु सिविल कोर्ट में कार्तिक गौड़ा समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। प्रज्वल ने देश की 86 मीडिया संस्थानों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई थी। प्रज्वला रेवन्ना ने कोर्ट से कहा था कि मीडिया हाउस फेक वीडियो और फोटो दिखाकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मुझे बदनाम कर सकते हैं, इसलिए ऐसे वीडियो और फोटो के प्रसार पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके ठीक एक दिन बाद 2 जून को कोर्ट ने प्रज्वल के किसी भी प्रकार के आपत्तिजनक वीडियो छापने या दिखाने पर रोक लगा दी। हालांकि, मामला कोर्ट में जाने के बाद भले ही मीडिया में इससे जुड़ी खबरें नहीं आई, लेकिन इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी कि प्रज्वल ने कुछ कांड किया है।
कार्तिक गौड़ा ने भी दर्ज कराई थी प्रज्वल के खिलाफ शिकायत
दिसंबर 2023 में कार्तिक गौड़ा ने अपने पुराने सेठ प्रज्वला रेवन्ना के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसमें कार्तिक गौड़ा ने कहा कि प्रज्वल उससे 13 एकड़ जमीन देने के लिए दबाव बना रहे हैं। कार्तिक ने कहा था कि इस जमीन को देने से इनकार करने पर प्रज्वल ने मेरी मां और पत्नी को किडनैप कर लिया है। हालांकि, प्रज्वल का रसूख इतना था कि कार्तिक की इस शिकायत पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। इसके बाद कार्तिक पूरी तरह से बौखला गया। वह प्रज्वल के सारे वीडियो लेकर उनके विरोधी और बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा के पास पहुंच गया। देवराजे गौड़ा ने कार्तिक को मदद का पूरा भरोसा दिलाया और प्रज्वल के खिलाफ फ्रंटफुट पर आकर मोर्चा खोल दिया।
बीजेपी नेता ने किया केस, फिर भी बच गई प्रज्वल की सांसदी
देवराजे गौड़ा ने कार्तिक से मिले सबूतों के आधार पर प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। कर्नाटक हाईकाेर्ट ने इस मामले की गंभीरता करते हुए प्रज्वल रेवन्न को संसद पद से निलंबित कर दिया। हालांकि, हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ प्रज्वल ने सुप्रीम काेर्ट को रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकाेर्ट का फैसला पलट दिया। प्रज्वल का संसद पद बच गया।
#WATCH | On 'obscene videos' case involving JD(S) MP Prajwal Revanna, former Karnataka CM and JD(S) leader HD Kumaraswamy says, "...We are not going to protect him, we will take severe action but the government's responsibility is more. Not only as an uncle but as a common man of… pic.twitter.com/Ejq6N1xsLM
— ANI (@ANI) April 30, 2024
देवराजे गौड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खोल दिया कच्चा चिट्ठा
कोर्ट से मदद नहीं मिलने पर देवराजे गौड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सारे सबूत मीडिया के सामने रख दिए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवराजे गौड़ा ने मीडिया को बताया कि कार्तिक से ही उन्हें सारे वीडियो मिले थे। हालांकि, कार्तिक के हाथ ये वीडियो कैसे लगे, ये मुझे नहीं मालूम। देवराज ने दावा किया कि वह यौन उत्पीड़न का शिकार हुई महिलाओं को भी सामने लाना चाहते थे, लेकिन उनकी प्रतिष्ठा और इज्जत पर आंच नहीं आए इसलिए ऐसा नहीं किया।
देवराजे गौड़ा ने अपनी पार्टी को भी किया आगाह
देवराजे गौड़ा ने हाल ही में यह दावा किया कि प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो के बारे में उन्होंने बीजेपी के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को चिट्ठी लिखकर सारी जानकारी दी थी। यही आगाह किया था कि प्रज्वल रेवन्ना को टिकट नहीं मिलना चाहिए। देवराजे गौड़ा ने कहा था कि उसके हाथ कुछ ऐसे पेन ड्राइव है जिनमें प्रज्वल रेवन्ना आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहा है। ऐसे में अगर प्रज्वल रेवन्ना को टिकट दिया जाता है तो कांग्रेस इन वीडियो का बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल कर सकती। हालांकि, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने देवराजे गौड़ा की इस चिट्ठी की अनदेखी कर दी। हालांकि, आखिरकार वही हुआ जिसकी आशंका देवराजे गौड़ा पहले जता चुके थे।
वोटिंग से एक दिन पहले जगह-जगह मिले पेन ड्राइव
हासन में 26 अप्रैल को वोटिंग हुई। इससे एक दिन पहले हासन की सरकारी बसों, बस स्टॉप पर हजारों की संख्या में पेन ड्राइव मिले। कोई अनजान शख्स इन पेन ड्राइव को बसों में छोड़ गया। वहीं, ऐसे दावे भी हैं कि प्रज्वल की ओर से नामजद किए गए नवीन गौड़ा ने इन पेन ड्राइव को सर्कुलेट करवाया। कुछ पेन ड्राइव तो ऐसे ही लोगों में बांटे गए। बस फिर क्या था, ये वीडियो धीरे-धीरे पेन ड्राइव से निकल कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड शुरू होने लगा। पूरे कर्नाटक में हंगामा मच गया। महिला आयोग ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख कर सारी बातें बताई।
नौकरानी ने दर्ज कराई शिकायत, प्रज्वल के पिता भी लपेटे में
इस बीच प्रज्वल के घर में पहले नौकरानी का काम करने वाली एक महिला ने प्रज्वल रेवन्न और उसके पिता एचडी रेवन्न के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। इस शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि प्रज्वल रेवन्ना ने उसका यौन शोषण किया। साथ ही एचडी रेवन्ना पर भी आरोप लगाया। शिकायत में नौकरानी ने कहा कि जब घर में एचडी रेवन्न की पत्नी नहीं रहती ताे वह (एचडी रेवन्ना) भी मेरा यौन शोषण किया करता था। नौकरानी ने शिकायत में बताया है कि जब वह रेवन्ना के यहां नौकरी करने जा रही था तो मेड का काम करने वाली महिलाओं ने उसे सावधान रहने को कहा था। सिक्योरिटी गार्ड ने भी सचेत रहने को कहा था क्योंकि दोनों बाप बेटे पहले भी कई नौकरानियों के साथ यौन शोषण कर चुके थे।
हरकत में आई कर्नाटक सरकार तो फरार हुए प्रज्वल रेवन्ना
मामले ने तूल पकड़ा तो कर्नाटक महिला आयोग ने मुख्यमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखी। हासन में महिलाओं के साथ यौन शोषण हाेने की पूरी कहानी बताई। मुख्यमंत्री से इस मामले पर तत्काल एक्शन लेने का आग्रह किया। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालया ने एक नोटिफिकेशन जारी कर मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का ऐलान कर दिया। कर्नाटक सरकार ने शनिवार को इस मामले में एसआईटी गठित की और इसके एक दिन बाद ही रविवार की सुबह प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर जर्मनी भाग गए। जेडीएस नेताओं के पास जब जवाब नहीं बचा तो मंगलवार को कोर कमेटी की बैठक को बुलाकर प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से एसआईटी जांच होने तक सस्पेंड कर दिया।