HD Revanna Kidnapping Case: बेंगलूरु की एक कोर्ट ने सोमवार को जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना को सशर्त जमानत दे दी। कोर्ट ने एचडी रेवन्ना को 5 लाख रुपए का पर्सनल बॉन्ड करने के लिए कहा है। कोर्ट ने रेवन्ना को निर्देश दिया कि वह इस मामले की जांच में सहयोग करें। एचडी रेवन्ना को एक महिला के अपहरण के मामले में 14 मई को हिरासत में लिया गया था। महिला के बेटे ने रेवन्न पर अपनी मां का अपहरण करने का आरोप लगाया था।
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ जांच कर रही कर्नाटक SIT
एचडी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना पर कथित तौर पर कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और उनका वीडियो बनाने का आरोप है। प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े इस मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। जेडीएस प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से सस्पेंड कर चुकी है। कर्नाटक महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी की ओर से शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद कर्नाटक सरकार ने यह एक्शन लिया था।
स्कैंडल को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग
प्रज्वल रेवन्ना के स्कैंडल ने कर्नाटक के साथ ही पूरे देश में राजनीतिक भूचाल ला दिया है। इस स्कैंडल को लेकर कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच बीते कई हफ्तों से जुबानी जंग जारी है। साथ ही जेडीएस और कांग्रेस नेताओं ने भी इस मामले की जानकारी होने को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए हैं। बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे मामलों में उसका स्टैंड स्पष्ट है। जो भी यौन उत्पीड़न जैसे अपराध में लिप्त पाया जाता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
देश छोड़कर भाग चुके हैं जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना
बता दें कि यौन उत्पीड़न मामले में कर्नाटक सरकार की ओर से एसआईटी का गठन किए जाने के बाद से ही प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर फरार हैं। 26 अप्रैल को कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। इसके एक दिन बाद ही यानि की 27 अप्रैल को यह खबर आई कि प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी फरार हो चुके हैं। कांग्रेस ने इसके बाद बीजेपी पर देश से भागने में प्रज्वल की मदद करने का आरोप लगााया था।
विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना पर दिया था स्पष्टीकरण
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि प्रज्वल ने देश छोड़ने से पहले ना ताे काेई मंजूरी मांगी थी और ना ही उसे ऐसी कोई मंजूरी दी गई थी। प्रज्वल के पास सांसद होने के कारण डिप्लोमैटिक पासपोर्ट था। डिप्लोमैटिक पासपोर्ट होल्डर के लिए जर्मनी जाने के लिए वीजा लेने की कोई जरूरत नहीं होती। प्रज्वल ने इसका फायदा उठाते हुए देश छोड़ दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यह कानून व्यवस्था से जुड़ा मुद्दा है और ऐसे मामलों में जांच की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। प्रज्वल रेवन्ना पर आखिर कर्नाटक सरकार ने एक्शन क्यों नहीं लिया।
अश्लील वीडियो लीक करने के मामले में हो चुकी है दो गिरफ्तारियां
प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित अश्लील वीडियो को लीक करने और सर्कुलेट करने के मामले में रविवार को एसआईटी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक चेतन और दूसरा लिखित गौड़ा था। दोनों की गिरफ्तारी हासन में दो अलग अलग जगहों से की गई । एक को येलगुंडा स्थित उसके आवास से वहीं दूसरे को श्रवणबेलागोला में उसके घर से अरेस्ट किया गया। इसके बाद दोनों का बयान भी उनके घर पर ही दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों कथित तौर हासन में बीजेपी से जुड़े हुए हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले सर्कुलेट किए गए थे अश्लील वीडियो
बता दें कि जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के कथित अश्लील वीडियो वाले पेन ड्राइव हासन में लोकसभा चुनाव की वोटिंग से पहले सर्कुलेट किया गया था। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बसों में ऐसे पेन ड्राइव रखे गए। इसके साथ ही कुछ पेन ड्राइव स्थानीय लोगों में बांटे भी गए थे। इसके कुछ दिनों बाद ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी यह अश्लील वीडियो अपलाेड किए गए थे। इसके बाद ही हंगामा मचा और राज्य महिला आयोग ने मुख्यमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखकर प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की।