Prajwal Revanna Video: JDS सांसद प्रज्वला रेवन्ना ने बुधवार को पहली बार अपने अश्लील वीडयो स्कैंडल पर चुप्पी तोड़ी। प्रज्वल रेवन्ना ने कहा कि जल्द ही सच सब के सामने आएगा। बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना के हजारों आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इसके बाद कर्नाटक समेत पूरे देश में सियासी भूचाल आ गया है। कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी और जेडीएस पर निशाना साध रहे हैं। प्रज्वल रेवन्ना ने बुधवार को अपने X अकाउंट से इस स्कैंडल को लेकर पोस्ट किया। पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल्ला ने सभी वीडियो को डॉक्टर्ड करार दिया है। कहा है कि जो भी वीडियो सर्कुलेट हुए हैं वे फर्जी हैं।
जांच टीम के सामने पेश होंगे प्रज्वल रेवन्ना
प्रज्वल रेवन्ना ने X पर पोस्ट किया मैं फिलहाल बेंगलुरु में नहीं हूं। मैंने अपने वकील के जरिए सीआईडी से संपर्क किया है। जल्द ही सच सामने आएगा। प्रज्वल रेवन्ना ने अपनी इस पोस्ट के साथ अपने वकील की ओर से सीआईडी को सौंपे गए जवाब की तस्वीर भी शेयर की है। प्रज्वल को अश्लील वीडियो मामले की जांच में सहयोग करने के लिए कहा गया है। प्रज्वल ने कहा है कि वह सात दिन के अंदर भारत लौटेंगे और जांच टीम के सामने पेश होंगे।
प्रज्वल्ल रेवन्ना की वकील ने दिया नोटिस का जवाब
प्रज्वल रेवन्ना के वकील ने सीआईडी को सौंपी गई चिट्ठी में लिखा है कि मुझे मेरे मुवक्किल प्रज्वल रेवन्ना के घर पर सीआरपीसी की धारा 41 (ए) के तहत 30 अप्रैल को नोटिस चस्पा किया गया है। इसमें मेरे मुवक्किल को 1 मई को पेश होने के लिए कहा गया है। मेरे मुवक्किल फिलहाल बेंगलुरु से बाहर के ट्रिप पर हैं। मैंने उन्हें नोटिस के बारे में सूचना दे दी है। मेरे मुवक्किल ने कहा कि उन्हें बेंगलुरु लौटने और नोटिस के निर्देशाें के मुताबिक उपरोक्त कार्यालय के सामने पेश होने के लिए 7 दिनों की जरूरत है।
कर्नाटक के सीएम ने देवेगौड़ा पर लगाए आरोप
बता दें कि प्रज्वला रेवन्ना हासन में अपनी आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद 5 अप्रैल को भारत छोड़ कर चले गए थे। वह कथित तौर पर फिलहाल जर्मनी में हैं। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने ही अपने पोते की देश से बाहर भागने में मदद की है। साथ ही कर्नाटक के सीएम ने आरोप लगाया कि वीजा हासिल करने में बीजेपी ने रेवन्ना की मदद की।