Prashant Kishor on Nitish Kumar:राजनीतिक रणनीतिकार से सामाजिक कार्यकर्ता और फिर नेता बने प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छुए। 'जन सुराज' अभियान चलाने वाले प्रशांत किशोर ने भागलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता की लालसा में राज्य का गौरव गिरवी रख दिया है।
मैंने जब नीतीश कुमार के साथ काम किया वे अलग इंसान थे
प्रशांत किशोर ने 2015 में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली JDU के चुनाव अभियान का प्रबंधन किया था। इसके दो साल बाद वह औपचारिक रूप से JDU में शामिल हो गए थे। हालांकि, नीतीश कुमार से मतभेद के बाद पार्टी छोड़ दी थी प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं अब नीतीश कुमार की आलोचना क्यों कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी उनके साथ काम किया है। उस समय वे अलग इंसान थे। उस समय नीतीश कुमार ने अपनी अंतरात्मा को नहीं बेचा था।
एनडीए की बैठक में पीएम मोदी के सम्मान में झुके थे नीतीश
किशोर ने पिछले सप्ताह दिल्ली में एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार के पीएम मोदी के प्रति आभार प्रकट के लिए नीचे झुकने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी राज्य का नेता उसके लोगों का गौरव होता है। लेकिन नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के पैर छूकर बिहार को शर्मसार कर दिया। बता दें कि नीतीश कुमार की अगुवाई जेडीयू ने लोकसभा चुनावों में 12 सीटें जीतीं और टीडीपी के बाद BJP की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी बनकर उभरी।
सत्ता में बने रहने के लिए पीएम मोदी के पैर छू रहे नीतीश
प्रशांत किशोर ने कहा कि पीएम मोदी की सत्ता में वापसी में नीतीश कुमार की अहम भूमिका के बारे में बहुत चर्चा है। लेकिन बिहार के सीएम अपने पद का लाभ कैसे उठा रहे हैं? वह राज्य के लिए लाभ सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभाव का उपयोग नहीं कर रहे हैं। वह यह सुनिश्चित करने के लिए पैर छू रहे हैं कि 2025 के विधानसभा चुनावों के बाद भी वह भाजपा के समर्थन से सत्ता में बने रहें।"
पीएम मोदी का चुनाव प्रबंधन कर चुके हैं प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर पहली बार 2014 में पीएम मोदी के शानदार सफल लोकसभा चुनाव अभियान को संभालने के लिए देश के साथ ही विदेशों में भी सुर्खियो में आए थे। हालांकि उन्होंने 2021 में पॉलिटिल कंसल्टेंसी का काम छोड़ दिया। इसके बाद से ही प्रशांत किशोर तब तक श्री किशोर ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और जगन मोहन रेड्डी सहित कई हाई-प्रोफाइल राजनेताओं के लिए काम कर चुके थे।