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Lok Sabha Election 2024: चुनाव के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर यानी पीके ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि एनडीए की 400 पार सीटें नहीं आएंगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह 300 से नीचे आ जाएगी। 

Lok Sabha Election 2024: देश में चार फेज के लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। लोकसभा की 543 सीटों में से अब तक 379 सीटों पर वोटिंग पूरी हो चुकी है। ऐसे में भाजपा की अगुवाई वाले NDA जहां बहुमत की तरफ बढ़ने का दावा कर रहा है, वहीं INDI गुट 4 जून को पीएम नरेंद्र मोदी की विदाई का दिन बता रहा है। फिलहाल, यह सभी कयास और दावों की हकीकत 4 जून को पता चलेगी, जब मतगणना के लिए ईवीएम खुलेंगी। इससे पहले चुनाव के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर यानी पीके ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि एनडीए की 400 पार सीटें नहीं आएंगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह 300 से नीचे आ जाएगी। 

राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव में ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की। साथ ही उन्होंने उत्तर और पश्चिमी राज्यों में आने वाले चुनावी नतीजों पर भी अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को भारी बढ़त हासिल है। 

भाजपा को मिलेंगी 300 के आसपास सीटें
प्रशांत किशोर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मौजूदा लोकसभा चुनाव 2024 में 300 के आसपास सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि आम चुनावों में भाजपा की सीटों में कोई सार्थक गिरावट की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत में बढ़त हासिल कर रही है। यहां परंपरागत रूप से भाजपा कमजोर रही है। दक्षिण और पूर्व में भाजपा का वोट शेयर और सीटें बढ़ेंगी। यदि आप इसे जोड़ दें तो आज भाजपा के पास लगभग 300 सीटें हैं। सीटों में मुझे इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है। 

किशोर ने उत्तर और पश्चिम में भाजपा के लिए न्यूनतम नुकसान के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में लाभ की भविष्यवाणी की। उन्होंने आगे बताया कि भाजपा पश्चिम बंगाल में नंबर वन पार्टी बनकर उभर सकती है। 

नहीं आएगा कोई चौंकाने वाले नतीजा
पीके ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को भारी बढ़त हासिल है। किशोर ने कहा कि उन्होंने जमीन पर ऐसा कुछ भी नहीं देखा है जो चौंकाने वाले परिणाम की संभावना का संकेत देता हो। साथ ही मैं पिछले कई महीनों से कह रहा हूं कि जिन लोगों को लगता है कि बिहार में कोई विपक्ष नहीं है, सब कुछ सिर्फ मोदी हैं और मोदी के नाम पर किसी पार्टी को 400 सीटें मिल जाएंगी। यह संभव नहीं है।  

भारत में विपक्ष कमजोर नहीं, पार्टियां कमजोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि भारत में विपक्ष कमजोर नहीं है, लेकिन बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली पार्टियां कमजोर लगती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा 400 सीटें नहीं जीत सकती और यह सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया गया एक नारा है। उन्होंने कहा कि यह एक मनोवैज्ञानिक खेल है।

उन्होंने कहा कि मोदीजी को देखिए, जब उन्होंने पहली बार संसद में कहा था कि बीजेपी 370 सीटें पार करेगी और एनडीए 400, उसके बाद चुनाव शुरू होने तक कई महीनों तक हर कोई यही कहने में लगा रहा कि बीजेपी को 400 सीटें मिल रही हैं या नहीं मिल रही हैं। कोई यह भी नहीं पूछ रहा कि आप जीत रहे हैं या हार रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि भाजपा को 400 सीटें नहीं मिलेंगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भगवा पार्टी 200 सीटों पर सिमट जाएगी। किशोर ने बताया कि ऐसा होने पर बीजेपी को उत्तर और पश्चिम में 100 सीटें गंवानी पड़ेंगी। 

क्या है पूर्वोत्तर राज्यों का समीकरण?
बिहार, झारखंड, बंगाल और ओडिशा में लोकसभा की 117 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 77 सीटों पर सफलता मिली थी। बिहार की 40 में से 39 सीटों पर एनडीए जीता था। झारखंड की 14 में से 12, बंगाल की 42 में से 18, ओडिशा की 21 सीटों में से 8 सीटों पर जीत मिली थी। इन राज्यों में 40 ऐसी सीटें हैं, जहां भाजपा को पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। 

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