Kolkata Doctor Death Case President Murmu:काेलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने बुधवार (28 अगस्त) को चिंता जाहिर की। राष्ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों की निंदा की। बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुए इस जघन्य कांड के बाद पूरे देश में उबाल है।
छात्रों ने कोलकाता की सड़कों पर काटा बवाल
बता दें कोलकाता में मंगलवार को छात्रों के प्रदर्शन के दौरान जमकर बवाल हुआ। वहीं, बुधवार को बीजेपी आहूत बंगाल बंद के दौरान भी प्रदर्शनकारियों और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। कोलकाता की सड़कों पर सचिवालय से लेकर हावड़ा ब्रिज तक प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल काटा। पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में 100 से ज्यादा ज्यादा छात्र घायल हो गए। वहीं, कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए।
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बहन-बेटियों पर अत्याचार की इजाजत नहीं दे सकते
राष्ट्रपति मूर्मू ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में बहन-बेटियों पर ऐसे अत्याचार की इजाजत नहीं दी जा सकती है, अब बहुत हो गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में पूछे जाने पर कहा कि मैं निराश और भयभीत हूं। एक ओर जहां स्टूडेंट्स और डॉक्टर कोलकाता में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं अपराधी दूसरी जगहों पर घूम रहे थे।'
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निर्भया कांड को समाज ने भुला दिया: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि 12 साल पहले निर्भया कांड हुआ था। इसके बाद रेप की अनगिनत घटनाएं हुई हैं। समाज ने इन सभी घटनाओं को भुला दिया है। समाज की भूलने की यह आदत सामूहिक और घृणित है। जो समाज इतिहास का सामना करने से डरता हैं वही, ऐसी घटनाओं को भुला देता है। अब समय आ गया है कि देश अपने इतिहास का सामना करे। हम सभी के लिए यह बेहद जरूरी है कि हम ऐसी विकृतियों का मिलकर सामना करें। ऐसे होने पर शुरुआत में ही इसे खत्म किया जा सकेगा।
महिलाओं को कम आंकना एक घटिया सोच: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि महिलाओं को हर कदम पर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ी है। सामाजिक धाराणाओं, परंपराओं और कई प्रथाओं ने महिलाओं के अधिकारों को आगे बढ़ने से रोका है। महिलाओं को कम आंकना एक घटिया सोच है। कुछ लोग महिलाओं को उपभोग की वस्तु के तौर पर देखते हैं। यही वजह है कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसे लोगों के दिमाग में महिलाओं को उपभोग की वस्तु समझने की सोच घर कर गई है। इसलिए राष्ट्र और समाज को ऐसी सोच के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।
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पीएम मोदी भी जता चुके हैं ऐसी घटनाओंं पर चिंता
महिलाओं के साथ होने वाले जघन्य अपराधों को लेकर पीएम मोदी भी दो बार खुले मंच से चिंता जाहिर कर चुके हैं। तीन दिन पहले महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी से जुड़े कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को लेकर सख्त रुख दिखाया था। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ तौर पर कहा था कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध माफी के लायक नहीं हैं।
हमारी सरकार महिलाओं के साथ वारदातों को अंजाम देने वाले किसी भी शख्स को नहीं बख्शेगी। पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों को भी ऐसे मामलों से सख्ती से निपटने की अपील की थी।
Jalgaon, Maharashtra: 'I promise you that the central government is fully supportive of the state government in ensuring strict laws and ensuring the safety of women,' says PM Modi at the Lakhpati Didi Sammelan pic.twitter.com/QkPmPazEpP
— IANS (@ians_india) August 25, 2024
15 अगस्त के भाषण में भी पीएम मोदी ने उठाया था मुद्दा
इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से भाषण देते हुए भी प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार का मुद्दा उठाया था। कोलकाता दुष्कर्म और हत्याकांड को लेकर उस दौरान पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बेहद चिंता की बात है। ऐसे अपराधों को लगाम लगाने के लिए अपराधियों में मन में फांसी जैसी सजा का डर होना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे अपराधों पर चर्चा करने के साथ मीडिया को अपराधियों को सजा मिलने पर भी व्यापक चर्चा होनी चाहिए, जिससे अपराधियों के मन में खौफ पैदा हो। पीएम मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि हमारी सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।