PM Narendra Modi Qatar Visit Announcement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना संयुक्त अरब अमीरात (UAE) दौरा खत्म होने के बाद बुधवार को कतर के दोहा जाएंगे। यहां वे कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता पिछले साल दिसंबर में दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान भी मिल चुके हैं। सोमवार को विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि पीएम मोदी के इस दौरे का मकसद भारत और कतर के रिश्तों को और मजबूत करने पर चर्चा करना है। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने अगस्त 2022 में गिरफ्तार किए गए भारतीयों को रिहा करने के कतर के अमीर के फैसले की सराहना की।
बता दें कि नरेंद्र मोदी की कतर यात्रा का ऐलान ऐसे दिन हुआ है, जब दोहा ने कथित जासूसी केस को लेकर जेल में बंद 8 भारतीय नौसैनिकों को आखिरकार रिहा कर दिया। क़तर में इन्हें अक्टूबर 2023 को सजा-ए-मौत सुनाई गई थी। कतर की जेल से रिहा होने के बाद 7 नौसैनिक सोमवार तड़के भारत लौट आए, जबकि 8वां सैनिक जल्द ही घर लौट आएगा। पढ़ें पूरी खबर... (18 महीने से कतर की जेल में बंद थे भारतीय सैनिक, देश लौटकर बोले-भारत माता की जय)
जासूसी के आरोप में पकड़े गए थे नौसैनिक
विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कतर में गिरफ्तार भारतीयों की रिहाई से जुड़ी प्रक्रिया की व्यक्तिगत रूप से निगरानी की थी। कतर में 8.4 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं। दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे। पूर्व भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोपों का सामना करना पड़ा है, लेकिन न तो कतर के अधिकारियों और न ही दिल्ली ने इन आरोपों के बारे में जानकारी दी।
कतर से इन भारतीय नौसैनिकों की हुई रिहाई
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमारी सरकार कतर की डहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले 8 भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है। कतर से रिहा हुए भारतीयों में कैप्टन नवतेज गिल (रिटा.), कैप्टन सौरभ वशिष्ठ (रिटा.), कमांडर पूर्णेंदु तिवारी (रिटा.), कमांडर अमित नागपाल (रिटा.), कमांडर एसके गुप्ता (रिटा.), कमांडर बीके वर्मा (रिटा.), और कमांडर सुगुनाकर पकाला (रिटा.) और नाविक रागेश शामिल हैं। पीटीआई के मुताबिक, कमांडर तिवारी दोहा में ही रुके हैं, उनके जल्द भारत लौटने की संभावना है। (पढ़ें पूरी खबर... नौसैनिकों ने भारत लौटने पर पीएम मोदी और कतर के अमीर को कहा शुक्रिया)
दिसंबर में कतर के अमीर के मिले थे मोदी
कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर 2023 को नौसेना कर्मियों को मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद 28 दिसंबर 2023 को कोर्ट ने मृत्युदंड की सजा को तीन से 25 साल तक की जेल में बदल दिया था। पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कतर में भारतीय समुदाय की बेहतरी को लेकर अपनी बात रखी थी। इसके साथ ही एनएसए अजीत डोभाल ने भारतीयों की रिहाई को अमली जामा पहनाने के लिए कतर के अधिकारियों के साथ वार्ता में अहम भूमिका निभाई है।