Priyanka Gandhi Bag: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर चर्चा में हैं। मंगलवार (17 दिसंबर) को प्रियंका गांधी बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के समर्थन में एक खास बैग लेकर संसद पहुंचीं। इस बैग पर लिखा था- "बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो।" एक दिन पहले प्रियंका गांधी संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में बैग लेकर पहुंची थी। इसके बाद बीजेपी ने प्रियंका गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि गांधी परिवार तुष्टिकरण का बैग हमेशा अपने साथ लेकर चलता है।
प्रियंका गांधी के लगातार दो दिन अलग-अलग समर्थन वाले बैग लेकर संसद पहुंची हैं। प्रियंका के इस कदम से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। कांग्रेस इसे मानवता के समर्थन का संदेश बता रही है। वहीं, बीजेपी इसे तुष्टीकरण की राजनीति करार दे रही है। संसद सत्र के बीते दो दिनों में प्रियंका गांधी के बैग की काफी चर्चा हो रही है।
Priyanka Gandhi Ji along with Congress MPs protested against the government for not taking steps to help Hindus and Christians of Bangladesh.
— Shantanu (@shaandelhite) December 17, 2024
They are carrying a special bag with a text of ‘Stand with minorities of Bangladesh’. 🔥 pic.twitter.com/1CbHpCNNHt
फिलिस्तीन के समर्थन के बाद शुरू हुआ विवाद
सोमवार को प्रियंका गांधी संसद में फिलिस्तीन समर्थक बैग के साथ पहुंचीं थीं। बैग पर 'फिलिस्तीन आजाद होगा' लिखा था। इस बैग पर तरबूज और सफेद कबूतर के तस्वीर बने थे। गौरतलब है कि तरबूज को फिलिस्तीनी एकजुटता का सिम्बल माना जाता है। इसका इस्तेमाल अक्सर गाजा और फिलिस्तीन के समर्थन में किया जाता है। प्रियंका के इस बैग को लेकर संबित पात्रा ने कांग्रेस पर तंज कसा था। पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार के "तुष्टीकरण का बैग" ही चुनाव में कांग्रेस की हार की मुख्य वजह है।
कांग्रेस ने किया प्रियंका गांधी के फैसले का बचाव
प्रियंका गांधी के बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के समर्थन वाले बैग पर बीजेपी ने फिर निशाना साधा। बीजेपी के सांसद संबित पात्रा ने कहा कि तुष्टिकरण गांधी परिवार की राजनीति का हिस्सा है। गांधी परिवार हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए जाना जाता है। वहीं, कांग्रेस ने प्रियंका गांधी का बचाव किया। कांग्रेस ने कहा कि प्रियंका गांधी का मकसद सभी पीड़ित समुदायों के साथ खड़े होना है। कांग्रेस पार्टी न्याय और समानता के पक्ष में है। पार्टी हर उस समुदाय की आवाज बनना चाहती है जो पीड़ित हैं।।
प्रियंका गांधी ने नेतन्याहू की आलोचना की थी
हाल ही में प्रियंका गांधी ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की आलोचना करते हुए गाजा में उनकी कार्रवाई को "नरसंहार" करार दिया था। इसके बाद नई दिल्ली में फिलिस्तीन दूतावास के प्रभारी अबेद एलराजेग अबू जाजर ने प्रियंका गांधी से मुलाकात की। अबू जाजर ने प्रियंका गांधी काे वायनाड से लोकसभा चुनाव जीतने पर बधाई भी दी।