Pune Porsche Accident: पुणे में पोर्श कार एक्सीडेंट मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। बुधवार को नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल बदलने के आरोप में डॉक्टर अजय तवारे को निलंबित कर दिया गया है। ससून जनरल अस्पताल प्रशासन ने उनकी बर्खास्तगी का प्रस्ताव भेजा था। साथ ही अस्पताल के डीन डॉ. विनायक काले को कंपलसरी लीव पर भेज दिया गया है। इससे पहले सीएमओ डॉ. श्रीहरि हल्नोर की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। डॉ. हल्नोर पर झूठी मेडिकल रिपोर्ट जारी करने किा आरोप है।

 फोरेंसिक मेडिसिन के एचओडी को हटाया गया
डीन डॉ. विनायक काले ने बताया कि प्रशासन ने डॉ. अजय तवारे की गिरफ्तारी के बाद उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था। डॉ. श्रीहरि हल्नोर की अस्थायी सेवा भी समाप्त कर दी गई थी। डीन ने कहा कि राज्य सरकार के स्तर पर निलंबन की कार्रवाई की जाती है। इसी के तहत प्रस्ताव भेजा गया था और कार्रवाई की गई। डॉ. तवारे को फोरेंसिक मेडिसिन के एचओडी के पद से हटा दिया गया है।

विशेषज्ञाें की जांच कमेटी ने ससून अस्पताल का दौरा किया
तीन सदस्यीय कमेटी ने ससून जनरल अस्पताल का दौरा किया और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। ग्रांट मेडिकल कॉलेज और जेजे समूह के अस्पतालों की डीन डॉ. पल्लवी सपले की अध्यक्षता वाली इस कमेटी ने घटना के बाद की प्रक्रियाओं की जांच की। डॉ. सपले ने कहा कि दुर्घटना के बाद की घटनाओं की जांच की जाएगी और रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। बता दें कि पुलिस ने हादसे के एक दिन बाद ब्लड सैंपल बदलने का खुलासा किया था।

नाबालिग ने नशे की हालत में चलाई थी पोर्श कार
पुलिस के मुताबिक, 19 मई की रात को नाबालिग लड़का अपने दोस्तों के साथ 69 हजार रुपये की शराब पी गया था। पहले उसने कोजी पब में रात 12 बजे तक शराब पी और उसके बाद ब्लाक मैरिएट पब पहुंचा और वहां भी 21 हजार की शराब गटक गया। नशे की हालत में उसने तीन करोड़ की पोर्श कार चलाई और नियंत्रण खोने से दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को रौंद दिया। हादसे के बाद भीड़ ने उसे पुलिस को सौंप दिया था। हालांकि, पिता के रसूख की वजह से उसे रिहा करा लिया गया।

जांच टीम राज्य सरकार को जल्द सौंपेगी रिपोर्ट
डॉ. पल्लवी सपले ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट राज्य सरकार को जल्द सौंपी जाएगी। सरकार को ही यह तय करना है कि आगे क्या कार्रवाई करनी है। कमेटी ने ब्लड सैंपल कलेक्शन, संरक्षण और फोरेंसिक लैब में भेजने की प्रक्रिया को समझने के लिए कैजुअल्टी डिपार्टमेंट का भी दौरा किया। इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन और पुलिस दोनों ही इस मामले में तत्परता से कार्रवाई कर रहे हैं। यह पता लगाने की पूरी कोशिश की जा रही हे कि चूक कहां हुई। साथ ही जानबूझ कर गलत रिपोर्ट जारी करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। 

क्राइम सीन का होगा डिजिटल रिक्रिएशन
पुणे पुलिस इस हादसे से जुड़ी गुत्थियों को सुलझाने के लिए लगातार काम कर रही है। पुणे पुलिस ने बुधवार को बताया कि क्राइम सीन का डिजिटल रिक्रिएशन किया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हादसे का आरोपी नाबालिग है। ऐसे में उसे क्राइम सीन पर नहीं ले जाया जा सकता। इस बात को ध्यान में रखते हुए क्राइम सीन को डिजिटली रिक्रिएट करने का फैसला किया गया है।