Qatar releases Indian Navy veterans: भारत सरकार ने सोमवार की सुबह देश के लोगों को एक बड़ी खुशखबरी सुनाई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि कतर ने भारत के 8 पूर्व नौसेनिकों को रिहा कर दिया है। यह सभी पूर्व नौसैनिकों कथित तौर पर जासूसी के आरोप में एक साल से भी ज्यादा समय से कतर की जेल में बंद थे।सरकार ने सोमवार सुबह उनकी रिहाई की घोषणा की। इनमें से सात अफसरों सोमवार की सुबह देश लौट आए।
कौन हैं आठ नौसैनिक अफसर जिनकी हुई है रिहाई?
जिन आठ अफसरों को कतर ने रिहा किया है उनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक रागेश शामिल हैं। इन सभी को कतर की निजी फर्म निजी फर्म दाहरा ग्लोबल ने अपॅाइंट किया था। इन ऑफिसर्स को कतर की नौसेना में शामिल इटालियन यू212 स्टील्थ सबमरीन को ऑपरेट करने के काम पर रखा गया था।
क्या कहा भारत लौटे पूर्व नौसैनिकों ने:
कतर की जेल से रिहा होकर भारत लौटे नौसेना अफसरों ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। इनमें से एक ने अफसर ने कहा कि हम बहुत खुश हैं कि हम सुरक्षित भारत लौट आए हैं। हम पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं, क्योंकि यह केवल उनके निजी दखल से ही संभव हो सका है। कतर सरकार के अमीर को भी धन्यवाद देना चाहेंगे की उन्होंने इस रिहाई को संभव होने दिया।
कतर से लौटे एक दूसरे पूर्व नौसेना अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना हमारा यहां खड़ा रहना संभव नहीं था। और यह भारत सरकार की ओर से की गई लगातार कोशिशों के कारण संभव हो पाया है। अगर भारत सरकार ने अथक प्रयास नहीं किया होता तो हम आपके सामने नहीं होते। भारत ने सरकार ने हाई लेवल पर जाकर दखल दिया और यही वजह है कि आज हम भारत में सकुशल लौट पाए हैं।
सभी पूर्व अफसरों को दूतावास ले जाया गया
दिग्गजों को उनकी रिहाई के बारे में पूर्व सूचना नहीं थी और रिहा होने के तुरंत बाद दूतावास के अधिकारी उन्हें अपने साथ ले गए। वे इंडिगो की फ्लाइट में सवार हुए और रात 2 बजे के बाद वापस लौटे। भारत सरकार ने, विदेश मंत्रालय के माध्यम से, इन पूर्व नौसेनिकों की रिहाई और घर वापसी को संभव बनाने के लिए कतर के अमीर के फैसले की सराहना करते हुए, आधिकारिक तौर पर रिहाई का स्वागत किया।
कतर के अमीर ने माफ की सजा
कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर, 2023 को उन्हें मौत की सजा सुनाई, जिसे बाद में भारत के राजनयिक हस्तक्षेप के बाद दिसंबर में आजीवन कारावास में बदल दिया गया था। इस बीच भारत सरकार लगातार नौसैनिकों की रिहाई सुनिश्चित करने में लगी थी। काउंसलर एक्सेस लिया। इन पूर्व अफसरों के मामलों की पैरवी की। इस बीच सोमवार की सुबह खबर आई की कतर के अमीर ने इन सभी पूर्व नौसेना अधिकारियों की सजा माफ कर दी है और वह भारत लौट आए हैं।