Women's Day 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अच्छी पहल शुरू की है। 8 मार्च को उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ऐसी महिलाओं को सपर्मित कर दिया, जिन्होंने अपनी साहस और संघर्ष के दम पर देश का नाम रोशन किया है।
महिला दिवस पर पीएम मोदी के ट्विटर एकाउंट से केरल की शतरंज ग्रैंडमास्टर वैशाली की सक्सेस स्टोरी साझा की गई। जिसमें उन्होंने लिखा-वणक्कम..मैं शतरंज ग्रैंडमास्टर वैशाली हूं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोशल मीडिया हैंडल संभालने के लिए रोमांचित हूं।
वैशाली ने आगे लिखा-जैसा कि आप में से कई लोग जानते होंगे कि मैं एक शतरंज खिलाड़ी हूं। कई टूर्नामेंटों में मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
6 साल की उम्र से खेल रही शतरंज
वैशाली ने बताया कि मेरा जन्म 21 जून को हुआ था, जो अब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। मैं 6 साल की उम्र से शतरंज खेल रही हूं। शतरंज खेलना मेरे लिए सीखने, रोमांच और पुरस्कृत करने वाली यात्रा रही है, जो मेरे कई टूर्नामेंट और ओलंपियाड की सफलताओं में झलकती है।
सपनों का पीछा करें और बाधाएं तोड़ें
वैशाली ने वुमेंस डे पर महिलाओं और लड़कियों को संदेश देते हुए कहा, जीवन में कितनी भी बाधाएं हों, अपने सपनों का पीछा करें। आपका जुनून आपकी सफलता को शक्ति देगा। महिलाओं को मैं अपने सपनों का पीछा करने और किसी भी क्षेत्र में बाधाओं को तोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं, क्योंकि मुझे पता है कि वह ऐसा कर सकती हैं।
खेल सबसे अच्छा शिक्षक
वैशाली ने अपने विजन और मिशन से अवगत कराया। कहा, मैं अपनी FIDE रैंकिंग में और सुधार कर देश को गौरवान्वित करना चाहती हूं। शतरंज ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मैं अपने पसंदीदा खेल में और अधिक योगदान देने के लिए तत्पर हूं। युवा लड़कियों से मेरी अपील है कि वह जिस भी खेल में मन लगाएं, उसे अपनाएं। खेल सबसे अच्छे शिक्षकों में से एक है।
कौन हैं आर. वैशाली ग्रैंड मास्टर ?
- आर. वैशाली रमेशबाबू (Vaishali Rameshbabu) भारत की तीसरी महिला ग्रैंडमास्टर हैं। वह ग्रैंडमास्टर आर. प्रगनानंद की बहन हैं, आर. वैशाली का जन्म 21 जून, 2001 में हुआ था।
- 2023 में 22 साल की उम्र में उन्होंने महिला ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट और फिर महिला विश्व ब्लिट्ज़ शतरंज चैंपियनशिप 2024 में कांस्य पदक जीतकर
- भारत की 84वीं ग्रैंडमास्टर बनीं। कोनेरू हम्पी और हरिका द्रोणावल्ली के बाद वह भारत की तीसरी महिला ग्रैंडमास्टर हैं। आर. वैशली और आर. प्रगनानंद पहली भारतीय भाई-बहन की जोड़ी हैं, जिन्हें ग्रैंडमास्टर का दर्जा मिला।