Rahul Gandhi Bharat Nyay Yatra Updates: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) की तैयारी तेज हो गई है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल ने यात्रा का रूट चार्ट जारी किया। इसमें मणिपुर भी शामिल किया गया था। पहले तो कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए मणिपुर सरकार ने यात्रा को राज्य में आने से रोक दिया। हालांकि देर शाम यह इजाजत दे दी गई कि यात्रा मणिपुर आ सकती है। इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गईं। राहुल गांधी की यात्रा जनवरी से इंफाल पूर्वी जिले के हप्ता कांगजेइबुंग होकर गुजरेगी।
क्या रखी गई हैं शर्तें:
मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले ने न्याय यात्रा को मंजूरी देने से जुड़े आदेश में कई शर्तें रखी हैं। इसमें कहा गया है कि जिले में मौजूदा समय में कानून व्यवस्था की स्थिति नाजुक है। ऐसे में न्याय यात्रा में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हों। यात्रा में शामिल में कितने लोग शामिल होंगे इसकी जानकारी भी पहले ही देनी होगी। यात्रा शुरू होने से पहले इसमें शामिल होने वाले लोगों के नामों की सूची मजिस्ट्रेट ऑफिस को सौंपनी होगी।
अनुमति नहीं मिलने से नाराज थी कांग्रेस
इससे पहले बुधवार को मणिपुर में यात्रा की इजाजत नहीं मिलने पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड में यात्रा आयोजित करने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है। जब हम देश के पूर्व से पश्चिम तक यात्रा शुरू कर रहे हैं, तो हम मणिपुर को कैसे छोड़ सकते हैं? हमें यात्रा की शुरुआत मणिपुर से ही करनी है। अब हम इसे प्रदेश में दूसरे स्थान से शुरू करने जा रहे हैं।
बीरेन सिंह बोले- एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद लेंगे निर्णय
मंगलवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' को अनुमति देने पर विचार चल रहा है और सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा कि मणिपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत गंभीर है।
66 दिनों में पूरी होगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा बस और पैदल चलते हुए 6,713 किमी की दूरी तय करेगी। यह 66 दिनों में 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। इसका समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाएंगे।